पटना : सीएए और एनआरसी पर हमलावर राजद के गढ़ वैशाली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 16 जनवरी को सभा होगी. अमित शाह की सभा के लिए भाजपा ने वैशाली का चयन सोच- समझ कर किया है. वैशाली गढ़ के खरौना पोखर के निकट भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री की सभा होगी.
वैशाली की सभा से भाजपा आसपास के चार जिले छपरा, वैशाली, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण के लोगों को एनआरसी और सीएए का मायने मतलब समझाना चाहती है. वैशाली का यह इलाका यादव बहुल माना जाता है. इसके इर्द- गिर्द करीब चालीस विधानसभा क्षेत्र आता है, जहां चुनाव में यादव मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
2015 के चुनाव में इनमें से अधिकतर क्षेत्र पर महागठबंधन का दबदबा रहा था. भाजपा ने इन इलाकों को इस बार अपने फोकस में रखा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 16 जनवरी को पटना आयेंगे. हवाई अड्डे से सीधे हेलीकाॅप्टर से वैशाली गढ़ जायेंगे. सभा के बाद वे दिल्ली लौट जायेंगे. वैशाली के साथ ही छपरा, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और उजियारपुर में भाजपा के सांसद हैं.
प्रदेश में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की भी सभा आयोजित है. अपनी बात समझाने की योजना बनायी हैकेंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का गृह जिला भी वैशाली रहा है. भाजपा ने सीएए पर विपक्ष के हमलावर रुख को देखते हुए उनके ही इलाके में सभा कर आम लोगों को अपनी बात समझाने की योजना बनायी है. इसी के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वैशाली में सभा आयोजित की गयी है.
इसके पहले प्रदेश के अन्य जगहों पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास की सभा आयोजित करायी गयी है.