पटना : बढ़ती महंगाई, आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, बैंकों में व्याप्त भ्रष्टाचार से लेकर अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस की ओर से रविवार को जन वेदना मार्च निकाला गया. मार्च को पुलिस ने हड़ताली मोड़ पर पुलिस ने रोक दिया. फिर कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश की, नारेबाजी की. पुलिस ने मना किया. कार्यकर्ता नहीं मानें तो पुलिस ने पहले वाटर कैनन का प्रयोग किया, तीन राउंड आंसू गैस के गोले दागे. फिर भी कार्यकर्ता नहीं मानें तो पुलिस ने लाठियां भांजी. दो बार पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. इस दौरान पूर्व प्रवक्ता राजेश कुमार सिन्हा, अंबुज किशोर झा, विधायक रामदेव राय समेत कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को चोटें आयी हैं. लगभग डेढ़ घंटे तक कांग्रेस व पुलिस-प्रशासन के बीच हड़ताली मोड़ रणक्षेत्र में बदला रहा है. पौने तीन बजे बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा, सांसद अखिलेश सिंह समेत अन्य को पुलिस गिरफ्तार करके कोतवाली थाना ले आयी.
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जन वेदना मार्च: कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर दागे गये आंसू गैस के गोले,लाठीचार्ज
पटना : बढ़ती महंगाई, आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, बैंकों में व्याप्त भ्रष्टाचार से लेकर अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस की ओर से रविवार को जन वेदना मार्च निकाला गया. मार्च को पुलिस ने हड़ताली मोड़ पर पुलिस ने रोक दिया. फिर कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश की, नारेबाजी की. पुलिस ने मना किया. कार्यकर्ता […]
इन पर प्राथमिकी : रैली के दौरान डॉ मदन मोहन झा, शक्ति सिंह गोहिल, अखिलेश सिंह, प्रेमचंद्र मिश्रा पर नामजद एफआइआर की गयी. दंगा व क्राइम करने को उकसाने की धारा 147, 148, 188, 322, 341, 342, 323, 353, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया. 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया. 26 कार्यकर्ताओं ने खुद थाने पर आकर गिरफ्तारी दी. इन सब पर धारा 41(1) के तहत कार्रवाई होगी. इधर, शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस की ओर से शांतिपूर्ण मार्च निकाला गया था. पहले से अनुमति लेकर हम लोग तय रूट से चल कर विधानसभा शहीद पार्क जा रहे थे. लेकिन, हमें हड़ताली मोड़ पर ही रोक दिया गया. पुलिस व प्रशासन की ओर से कोई बातचीत नहीं की गयी. प्रजातांत्रिक तरीका नहीं अपनाया गया और सीधे बल प्रयोग कर दिया गया.
कई बड़े नेता रहे शामिल
कांग्रेस के जन वेदना मार्च में चुनाव अभियान समिति के सदस्य मोहम्मद काशिफ युनूस भी अपने समर्थकों के साथ शामिल हुए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की असफल आर्थिक नीतियों के कारण बेरोजगारी बढ़ी है. अल्पसंख्यक सेल के प्रवक्ता हारुन रशीद ने भी समर्थकों के साथ प्रदर्शन में भाग लिया. वहीं मार्च में अनिल शर्मा, सांसद जावेद आजाद से लेकर तारिक अनवर सहित कई बड़े नेता शामिल थे. सभी ने केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों की आलोचना की.
सदाकत आश्रम से शुरू हुआ था मार्च
बिहार कांग्रेस की ओर से रविवार को पार्टी कार्यालय सदाकत आश्रम से जन वेदना मार्च की शुरुआत की गयी थी. हजारों की संख्या में लगभग डेढ़ बजे जन वेदना मार्च की निकाला गया था. इस दौरान कांग्रेस के विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्रों से आये लोगों के साथ कई झुंड में रैलियां निकाली. मार्च की अगुआई बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष, प्रेमचंद्र मिश्रा, वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा, राजेश कुमार सिन्हा आदि लोग कर रहे थे. पैदल मार्च के अलावा बैलगाड़ी व इ-रिक्शा पर बैनर पोस्टर के साथ मार्च की शुरुआत की गयी थी. पार्टी कार्यालय के सामने डिग्री धारक बेरोजगार पकौड़ा स्टॉल भी लगाया गया था. कांग्रेस का जन वेदना मार्च सदाकत आश्रम होते हुए कुर्जी रोड से मैनपुरा, राजापुर पुल से बोरिंग कैनाल रोड होते हुए हड़ताली मोड़ पहुंचा. दिन के लगभग पौने दो बजे हड़ताली मोड़ पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हो गया.
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