पटना : लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस नेताओं में आरोप-प्रत्यारोपों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा द्वारा बैठक बुलायी गयी थी. वहीं, सोमवार को प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह धीरज ने राज्य में पार्टी की हार के लिए चार नेताओं को दोषी करार दिया है. उन्होंने इन नेताओं को पार्टी का हत्यारा बताया है. धीरज ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल पार्टी की हार के लिए सबसे बड़े दोषी हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की समीक्षा बैठक के दौरान सभी जिलाध्यक्षों ने एकमत से महागठबंधन से अलग होकर अकेले बढ़ने की बात कही है. बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में बनी आम सहमति से बिलकुल उल्टा मीडिया में महागठबंधन की एकजुटता का दावा कर दिया. जबकि, वह उस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष के नाते मौजूद थे. धीरज ने आरोप लगाया कि सांसद अखिलेश सिंह ने चुनाव के दौरान अपनी सभी काली करतूतों पर पर्दा डालने के लिए जिम्मेदारी राहुल गांधी पर थोप दी है.
चाहे वह बेटे को टिकट दिलाने का मामला हो या फिर सहयोगियों को ज्यादा सीट दिलाने का या टिकट दिलवाने के नाम पर दलाली खाने का हो. धीरज ने बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, अखिलेश सिंह, सदानंद सिंह और डॉ मदन मोहन झा पर पार्टी के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. पार्टी को बचाने के लिए इन्हें तत्काल पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की अपील की.