Advertisement
पटना : मैथ्स लैब होने पर ही मिलेगी नये सीबीएसइ स्कूलों को मान्यता
पटना : सीबीएसइ से जुड़े नये स्थापित होने वाले स्कूलों और संस्थानों को भी तभी मान्यता मिलेगी, जब वहां मैथ्स लैब होगी. एक्सटेंशन ऑफ एफिलिएशन के लिए भी मैथ्स लैब होना जरूरी है. इसका तीन साल में रिन्यूवल होता है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसइ) ने 12वीं के विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड को गणित के […]
पटना : सीबीएसइ से जुड़े नये स्थापित होने वाले स्कूलों और संस्थानों को भी तभी मान्यता मिलेगी, जब वहां मैथ्स लैब होगी. एक्सटेंशन ऑफ एफिलिएशन के लिए भी मैथ्स लैब होना जरूरी है. इसका तीन साल में रिन्यूवल होता है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसइ) ने 12वीं के विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड को गणित के जरिये सुधारने की मंशा बनायी है. इसी दिशा में उसने ये कदम उठाया है.
दरअसल छात्र-छात्राओं में तार्किक शक्ति बढ़ाने के लिए सीबीएसइ ने मूल्यांकन प्रणाली में बदलाव किया है. अब गणित में प्रोजेक्ट बेस प्रैक्टिकल लागू कर दिया गया है. इससे विद्यार्थियों को सिर्फ नंबर में ही नहीं, बल्कि ज्ञान बढ़ाने में भी लाभ मिलेगा.
सीबीएसइ की तरफ से जारी मैथ किट से जटिल गणितीय संकल्पनाओं को समझने में होगी आसानीजानकारी के मुताबिक सीबीएसइ की तरफ से जारी मैथ किट स्कूल संचालकों को जरूर लेनी है. इससे बच्चों के गणित से जुड़े कांसेप्ट क्लियर होंगे. सीबीएसइ स्कूलों में मैथ्स लैब अनिवार्य की जा चुकी है. जो स्कूल संचालक लैब नहीं बनवायेंगे, उन्हें अब मान्यता नहीं मिलने वाली है.
सीबीएसइ के इस निर्णय से बच्चों में मैथ्स के भय को भी दूर किया जा सकेगा. जानकारों के मुताबिक मैथ्स को कठिन विषयों में शीर्ष स्थान प्राप्त है. अधिकतर बच्चों के मैथ में ही कम नंबर आतेे हैं. मैथ्स लैब में जटिल गणितीय संकल्पनाओं को समझने में आसानी होगी. गौरतलब है कि सीबीएसइ ने कुछ माह पहले एक सर्कुलर जारी कर मैथ्स में भी आंतरिक मूल्यांकन को प्रभावी किया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement