पटना : अपने ही संस्था में हुए वित्तीय अनियमितता के खिलाफ बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्यों ने पहली बार दो दिवसीय धरना कौंसिल के प्रांगण में दिया. शनिवार धरना का दूसरा दिन था.सूबे के वकीलों के कल्याणार्थ धरना पर बैठे इन सदस्यों ने बार कौंसिल के कार्य प्रणाली पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2007 से अब तक काउंसिल में ऑडिट नहीं कराया गया. इसके अलावा अनेक प्रकार की वित्तीय अनियमितताएं यहां व्याप्त है.
ऑडिट और वित्तीय अनियमितता की जांच करने को लेकर सदस्यों की मांगों को पूर्व और वर्तमान चेयरमैन द्वारा नजरअंदाज किया जाता रहा है. इसी का परिणाम है कि कौंसिल के सदस्यों को अपनी ही संस्था के खिलाफ धरना देना पड़ रहा है.वकीलों के कल्याण के लिए स्थापित बार कौंसिल द्वारा वकीलों के कल्याण का काम नही किया जा रहा है. धरना बिहार स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन धर्मनाथ प्रसाद यादव की अध्यक्षता में शुरू किया गया है.
कानूनी कार्रवाई की मांग की
सदस्यों ने 2007 से अब तक काउंसिल का ऑडिट कराने के साथ ही दोषी सदस्यों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. बिहार स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन वरीय अधिवक्ता ललित किशोर हैं. वे राज्य के महाधिवक्ता भी हैं. धरना पर बैठने वालों में जय प्रकाश सिंह, शशि एस किशोर ,पंकज कुमार, जितेंद्र नारायण सिन्हा, नीतू झा समेत सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित थे.