पटना : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ( सीइओ) एचआर श्रीनिवास ने कहा कि इवीएम की सुरक्षा फुलप्रूफ है. इसमें गड़बड़ी करना असंभव है. मशीन से किसी खास प्रत्याशी-पार्टी को वोटिंग होने का अगर कोई दावा करता है, तो सबके सामने मशीन का वही बटन दबाया जायेगा. अगर गड़बड़ी साबित नहीं होगी, तो उसे जेल जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इवीएम को तकनीकी रूप से ऐसा बनाया गया है कि कोई इसमें छेड़छाड़ कर ही नहीं सकता.
शुक्रवार को मुख्य सचिवालय के सभागार में मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय सहित अन्य आइएएस व आइपीएस पदाधिकारियों को इवीएम व वीवीपैट की तकनीकी बारीकियों से रू-ब-रू कराया गया. प्रेजेंटेशन के माध्यम से एचआर श्रीनिवास ने बताया कि दोनों मशीनों की ट्रैकिंग जीपीएस से होती है. चुनाव के समय लोडिंग-अनलोडिंग के दौरान सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है.
मतदान से एक घंटा पूर्व राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों के सामने मशीन में बटन दबाकर चेक किया जाता है. पदाधिकारियों के सवालों के जवाब भी दिये गये. उन्होंने विभागों से वोटर्स एवेयरनेस फोरम (वीएएफ) के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त करने की गुजारिश की. मंत्रिमंडल सचिवालय, कृषि, उपभोक्ता संरक्षण, निगरानी, मद्य निषेध, पथ निर्माण, अल्पसंख्यक कल्याण, सूचना व जनसंपर्क विभाग ने वीएएफ के लिए अब तक नोडल पदाधिकारी नियुक्त नहीं किया है. इस दौरान अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन आदि मौजूद रहे.