पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पीएमसीएच में पांच हजार बेड के अस्पताल के बाद अब एनएमसीएच और आइजीआइएमएस में भी ढ़ाई-ढ़ाई हजार बेड के अस्पताल बनेंगे. राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. पीएमसीएच के पांच हजार बेड के अस्पताल की डीपीआर तैयार हो गयी है और बहुत जल्द ही उसका टेंडर हो जायेगा.
यह दुनिया का पहला अस्पताल होगा, जहां पांच हजार बेड होंगे. वह शुक्रवार को पटना के राजेंद्रनगर अस्पताल में 106 बेड का अति विशिष्ट नेत्र अस्पताल व लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल राजवंशीनगर के ट्रॉमा सेंटर के शिलान्यास सह कार्यारंभ समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पुराने सरकारी अस्पतालों को दुरुस्त कर उसका नवीनीकरण किया जा रहा है.
पीएचसी में 39 नहीं, अब 10,500 मरीज पहुंच रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में एक सर्व के मुताबिक बिहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते हैं. इस समस्या को देखते हुए हमने स्वास्थ्य केंद्रों में सभी तरह की दवाएं, डॉक्टर व पैरा मेडिकल कर्मियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही इलाज की व्यवस्था बढ़ायी.
बेहतर सुविधाएं बढ़ने के बाद अब वर्तमान में एक महीने में 10,500 मरीज हर महीने पीएचसी में इलाज कराने आते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 106 बेडों का नेत्र अस्पताल और आधुनिक सुविधाएं बढ़ने के बाद पटना सहित पूरे बिहार के मरीजों को फायदा होगा. साथ ही सड़क दुर्घटना में घायल मरीजों का बेहतर इलाज राजवंशीनगर ट्रामा सेंटर में किया जा सकेगा. दोनों ही अस्पतालों में नयी सुविधाओं का निर्माण कार्य शुरू हो गया है.
तीन माह में राजेंद्रनगर नेत्रालय में बढ़ जायेंगी सुविधाएं
शिलान्यास कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राजेंद्रनगर नेत्रालय में अब हाइ रिक्स प्रेग्नेंसी ऑपरेशन से नियमित डिलिवरी और सभी तरह की ओपीडी सुविधाएं बहाल की जायेंगी. अगले तीन माह के अंदर अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं बहाल कर दी जायेंगी. राजवंशीनगर व राजेंद्रनगर के दोनों सरकारी अस्पतालों को आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है.
इससे पहले भाजपा विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने राजेंद्र नेत्रालय अस्पताल में नियमित रूप से डिलिवरी व सभी तरह की ओपीडी सुविधाएं बहाल करने की मांग की. कार्यक्रम का स्वागत भाषण में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने किया. कार्यक्रम के मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक लोकेश कुमार सिंह, डॉ केके मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार झा, गार्डिनर रोड अस्पताल के डॉ मनोज कुमार सिन्हा, डॉ एस चंद्रा, डॉ आरपी सिंह आदि कई डॉक्टर व कर्मी मौजूद थे.