पटना : कृषि िवभाग अधिकारियों की कमी से जूझ रहा है. इस कारण योजनाओं की मॉनीटरिंग में परेशानी आ रही है. इसका असर कृषि कृषि रोडमैप सहित विभाग की अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन पर पड़ रहा है. विभाग में अधिकारियों के 1197 पद स्वीकृत हैं. इसमें से 978 पद खाली हैं. सबसे अधिक बेसिक ग्रेड […]
पटना : कृषि िवभाग अधिकारियों की कमी से जूझ रहा है. इस कारण योजनाओं की मॉनीटरिंग में परेशानी आ रही है. इसका असर कृषि कृषि रोडमैप सहित विभाग की अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन पर पड़ रहा है. विभाग में अधिकारियों के 1197 पद स्वीकृत हैं. इसमें से 978 पद खाली हैं. सबसे अधिक बेसिक ग्रेड के पद खाली हैं.
विभाग में अपर निदेशक के सभी पद खाली हैं. कृषि विभाग में किसानों के लिए करीब तीन दर्जन योजनाएं चल रही हैं. इसके अलावा विभाग पर कृषि रोडमैप के क्रियान्वयन की भी जिम्मेदारी है. विभाग में कृषि सलाहकार और कृषि समन्वयक की कमी तो है ही. एक-एक अधिकारी के जिम्मे दो से तीन प्रभार हैं. कई जिलों में में जिला कृषि पदाधिकारी आत्मा के परियोजना निदेशक के प्रभार में हैं, तो किसी जिले में आत्मा के परियोजना निदेशक जिला कृषि पदाधिकारी के प्रभार में हैं.
अपर निदेशक के सभी पद खाली विभाग में अपर निदेशक के छह पद स्वीकृत हैं, लेकिन सभी छह पद खाली है. विभाग में बेसिक ग्रेड का 919 पद स्वीकृत हैं, लेकिन इसमें मात्र 111 ही कार्यरत हैं. बेसिक ग्रेड में 535 पद में 77 पर ही अधिकारी पदस्थापित हैं. इसी प्रकार इंजीनियरिंग के स्वीकृत 110 पदों में मात्र एक पर ही अधिकारी कार्यरत हैं.
रसायन में 74 में से तीन, पौधा संरक्षण में 64 में 12 , उद्यान में 64 में पांच माप-तौल में 27 में आठ और सांख्यिकी में स्वीकृत 45 पद में से पांच पर अधिकारी पदस्थापित हैं. विभाग में उपनिदेशक का 237 पद स्वीकृत ंहै, इसमें मात्र 89 अधिकारी ही पदस्थापित हैं.
उपनिदेशक स्तर में में 152 स्वीकृत पद में से मात्र 56 ही पदस्थापित है. बांकी प्रभार में ही चल रहा है. विभाग में संयुक्त निदेशक स्तर का 35 पद स्वीकृत है इसमें 19 ही पदास्थापित हैं. इधर, कृषि मंत्री डाॅ प्रेम कुमार ने कहा कि अधिकारियों की कमी जल्द दूर की जायेगी.