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फुलवारीशरीफ : सौतेली बेटी से अवैध संबंध और संपत्ति विवाद में पत्नी और बेटे को गोलियों से भून डाला
फुलवारीशरीफ : सौतेली बेटी के साथ अवैध संबंध और संपत्ति के चक्कर में एक व्यक्ति ने सोमवार की देर रात रात तीन बजे अपनी पत्नी और 18 साल के सौतेले बेटे की गोली मार कर हत्या कर दी. घटना फुलवारीशरीफ के इशानगर पेट्रोल लाइन के पास की है. गोलियों की आवाज सुनकर लोग दौड़े तो […]
फुलवारीशरीफ : सौतेली बेटी के साथ अवैध संबंध और संपत्ति के चक्कर में एक व्यक्ति ने सोमवार की देर रात रात तीन बजे अपनी पत्नी और 18 साल के सौतेले बेटे की गोली मार कर हत्या कर दी. घटना फुलवारीशरीफ के इशानगर पेट्रोल लाइन के पास की है. गोलियों की आवाज सुनकर लोग दौड़े तो मां बेटे की खून सनी लाश देखी. वारदात को अंजाम देकर हत्यारा फरार हो गया.
वारदात की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लाशों को कब्जे में करके पोस्टमार्टम के लिए भेज मकान को सील कर दिया है.
एफएसएल टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटा लिये हैं. मृतका का नाम खुर्शीदा बेगम (42 वर्ष) है, जिसने हत्यारे पति रजाउद्दीन से दस साल पहले दूसरी शादी की थी. मृतक के बेटे मो फारूक के बयान पर रजाउद्दीन समेत चार लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कराया गया है.
थानेदार ने बताया कि पुलिस रजाउद्दीन की भाभी मुर्सत जहां और सौतेली बेटी शाहदा रजा को गिरफ्तार करके पूछताछ कर रही है. मां बेटे की हत्या से पूरे फुलवारीशरीफ में सनसनी है.
जानकारी के अनुसार रजाउद्दीन का अपनी सौतेली बेटी के साथ अवैध संबंध और संपत्ति विवाद को लेकर आये दिन पत्नी खुर्शीदा बेगम के साथ मारपीट भी करता रहता था. मारपीट के कारण वह दो बार जेल जा चुका है.
हथियारबंद लोगों के साथ रात तीन बजे पहुंचा था रजाउद्दीन
घटना के संबंध में मृतका के मंझले बेटे फराज अहमद ने बताया कि सोमवार की देर रात तीन बजे पापा फ्लैट पर आये. उनके साथ हथियारबंद चार लोग थे. जैसे ही दरवाजा खोला तो पापा और उनके साथ आये लोगों ने गोली चलानी शुरू कर दी. इसमें बेड पर सो रही मां को दो गोली लगी.
गोली की आवाज सुन कर बड़े भाई मो फजल अहमद आये तो उनको भी चार गोली मार दी. बड़े भाई की मौत मौके पर हो गयी जबकि मां की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गयी.
प्लानिंग के साथ किया मर्डर
वारदात के बाद पुलिस जांच में सामने आया है कि मां बेटे की हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गयी. घर के आसपास के सभी घरों की कुंडी और अपने दोतल्ला मकान के तीन फ्लैट की भी कुंडी को बाहर से लगा दिया था. घर के सामने सारी स्ट्रीट लाइट को भी बंद कर दिया था. घटना को अंजाम देकर फरार होते समय कोई न देख सके, इसका पूरा इंतजाम हत्यारे ने किया था.
घटना के बाद बाहर निकले मंझले बेटे ने शोर मचाया और फ्लैट के सटे तीन फ्लैट और पड़ोस के घरों मेंबाहर से लगी कुंडली को खोला. तब जाकर आसपास के लोगों को पता जमा हुए और पुलिस को सूचना दी गयी. पुलिस खून से लथपथ मो फजल और खुर्शीदा बेगम को इलाज के लिए पीएमसीएच ले गयी. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी.
सवाल : मेन गेट किस ने खोला
मृतका के बेटे मो फराज ने बडी चाची मुर्सत जहां पर आरोप लगाया है कि उसने ही मेन गेट का दरवाजा खोला. उधर मुर्सत का कहना है कि उसने दरवाजा नहीं खोला. रजा के परिवार से उसका कोई लेना देना नहीं है. उसके पति जियाउद्दीन सउदी में रहते हैं. उसने बताया कि आये दिन खुर्शीदा के घर में मारपीट होती रहती थी. मारपीट के कारण रजाउद्दीन जेल भी गया था.
मकान को भी बेचने की फिराक में था
खुर्शीदा के नाम से नोहसा फुलवारी में आधा कट्ठा जमीन भी गुड फेथ में बेचवा कर पैसे रजाउद्दीन ने ईशानगर के अपने मकान में लगवा लिया. खुर्शीदा की जवान बेटी से रजाउद्दीन अवैध संबध बनाना चाह रहा था जिसका खुर्शीदा विरोध करती थी. इशानगर के दोतल्ला मकान को भी वह बेचने के फिराक में था और घर चलाने का खर्चा भी नहीं देता था.
खुर्शीदा ने स्थानीय थाने में उसके खिलाफ प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में वह जेल जा चुका था. इसी बीच सौतेली बेटी शेल्टर होम में रहने लगी. वह मगध महिला कॉलेज की छात्रा है. हालांकि 28 दिन के बाद वह घर आकर रहने लगी थी. संपत्ति कब्जे में कर चुके रजाउद्दीन से खुर्शीदा का झगड़ा बढ़ने लगा था.
शादी के बाद उसे करने लगा था प्रताड़ित
मृतका खुर्शीदा के पहले पति शिक्षक मो नियाज अहमद के निधन के बाद 2008 में जमीन कारोबारी रजाउदीन से खुर्शीदा की शादी हुई थी. पहले पति से तीन बेटे मो फजल अहमद (18 वर्ष), मो फराज अहमद (16 वर्षीय), मो फारूक अहमद (15 वर्षीय) और एक मात्र 20 वर्षीय बेटी शाहदा रजा है. दूसरे पति से दो साल का बेटा आरिफ रजा है.
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