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पटना : 15 नवंबर के बाद 24 घंटे में ऑनलाइन मिलेगा नक्शा
निगम कार्यालय के चक्कर लगाने से मिलेगा छुटकारा, बाबूगिरी और अफसरशाही से मिलेगी मुक्ति प्रभात रंजन पटना : मकानों के नक्शों को शीघ्रता से मंजूर करने के लिए नगर निगम एक खास सॉफ्टवेयर विकसित करवा रहा है. 15 नवंबर से पहले यह सॉफ्टवेयर तैयार हो जायेगा. इसके तत्काल बाद ऑटोमेटिक नक्शा स्वीकृत करने की व्यवस्था […]
निगम कार्यालय के चक्कर लगाने से मिलेगा छुटकारा, बाबूगिरी और अफसरशाही से मिलेगी मुक्ति
प्रभात रंजन
पटना : मकानों के नक्शों को शीघ्रता से मंजूर करने के लिए नगर निगम एक खास सॉफ्टवेयर विकसित करवा रहा है. 15 नवंबर से पहले यह सॉफ्टवेयर तैयार हो जायेगा. इसके तत्काल बाद ऑटोमेटिक नक्शा स्वीकृत करने की व्यवस्था शुरू हो जायेगी. जानकारों का कहना है कि सॉफ्टवेयर के जरिये नक्शा मंजूरी से लोगों को भ्रष्टाचार से भी मुक्ति मिलेगी. कामकाज में पारदर्शिता भी आयेगी. सॉफ्टवेयर विकसित करने की कवायद एक निजी एजेंसी कर रही है.
जानकारी हो कि निगम परिक्षेत्र में छोटे-बड़े मकानों खासतौर जी प्लस इमारतों के निर्माण के लिए नक्शे पास कराने होते हैं. इस काम में अभी काफी अव्यवस्था है.
जिसके चलते सैकड़ों आवेदन लंबित रहते हैं. इन सब के चलते मकान व अपार्टमेंट बनाने वाले लोगों व बिल्डरों को महीनों व वर्षों निगम मुख्यालय का चक्कर काटना पड़ता है. इस परेशानी की वजह बाबूगिरी और अफसरों का नकारात्मक रवैया भी जिम्मेदार रहा है. सॉफ्टवेयर आ जाने से इन सबसे से मुक्ति मिलेगी.
घर बैठे मिल जायेगी स्वीकृत नक्शे की कॉपी : सॉफ्टवेयर विकसित होने के बाद लोगों को नक्शा पारित करने से संबंधित आवेदन जमा करने या फिर आवेदन का स्टेटस जानने को लेकर निगम मुख्यालय नहीं आना होगा. नक्शा स्वीकृत कराने वाले आवेदक घर बैठे ही पटना नगर निगम के वेबसाइट पर लॉग-इन कर जानकारी ले सकेंगे.
इसमें भूखंड की डिटेल्स व नक्शा अपलोड करना होगा. इसके बाद भूखंड के लिए डिटेल्स के अनुरूप नक्शा में कोई त्रुटि होगी तो सॉफ्टवेयर अपने आप तत्काल रिजेक्ट कर देगा. डिटेल्स के अनुरूप जी-प्लस तीन तल्ले का नक्शा है तो 24 घंटे के भीतर नक्शा ऑटोमेटिक स्वीकृत हो जायेगा.
निरीक्षण के बाद बहुमंजिली इमारत का नक्शा होगा पास
बहुमंजिली इमारतों के नक्शे की जांच स्थल निरीक्षण करने के बाद पास किया जायेगा. इसको लेकर शहरी योजना शाखा में अभियंताओं की टीम होगी. यह टीम निर्धारित समय सीमा के भीतर संबंधित इमारतों के स्थल जांच करेगी.
स्थल जांच के दौरान बिल्डिंग बायलॉज व मास्टर प्लान के प्रावधानों को देखा जायेगा. इसमें अनियमितता नहीं मिली तो 15 से 20 दिनों के भीतर नक्शा स्वीकृत कर दिया जायेगा.
अब भी 225 आवेदन लंबित
नगर निगम के शहरी योजना शाखा में कछुआ चाल से नक्शा स्वीकृत किया जा रहा था. जुलाई में नक्शा पारित करने से संबंधित 979 आवेदन लंबित थे.
नगर आयुक्त अनुपम कुमार सुमन ने शहरी योजना शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिया कि तीन माह के भीतर शत प्रतिशत आवेदनों का निष्पादन करें. निर्देश के बाद नक्शा पारित करने की प्रक्रिया तेज करते हुए 575 नक्शे की स्वीकृति दी गयी.
वहीं 225 आवेदन अब भी लंबित हैं. शहरी योजना शाखा के अधिकारी ने बताया कि 15 नवंबर तक सॉफ्टवेयर डेवलप कर लिया जायेगा. इसके बाद से छोटे मकानों का नक्शा ऑटोमेटिक पारित होने लगेगा. इससे शाखा में लोड कम होने के साथ-साथ बिल्डरों का नक्शा आसानी से पारित होने लगेगा.
पटना : निगम कर्मी नहीं दिखे तो भड़के नगर आयुक्त, वेतन पर लगायी रोक
पटना : मंगलवार की सुबह 7 बजे पत्थरी घाट पर नगर आयुक्त अनुपम कुमार सुमन, डीएम कुमार रवि व एसएसपी मनु महाराज पहुंचे और रिवर फ्रंट के रास्ते घाटों का निरीक्षण किया. बांकीपुर अंचल क्षेत्र के पत्थरी घाट से अजीमाबाद अंचल व पटना सिटी के कंगन घाट तक पैदल निरीक्षण किया. इस दौरान एक-एक घाटों के एप्रोच रोड का भी जायजा लिया. हालांकि, नगर आयुक्त ने सभी घाटों पर 10-10 सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्त करने का आदेश दिया था.
लेकिन, घाटों पर 10 सफाईकर्मी तैनात नहीं देख नगर आयुक्त भड़क गये. इसके बाद घाटों पर तैनात सफाई इंस्पेक्टरों, मुख्य सफाई निरीक्षकों और सिटी मैनेजरों के एक सप्ताह का वेतन रोकने का आदेश दिया है. निगम सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को अवकाश होने की वजह से नगर आयुक्त का आदेश नहीं जारी किया गया है. लेकिन, बुधवार को बांकीपुर, पटना सिटी और अजीमाबाद अंचल के सफाई इंस्पेक्टर्स, मुख्य सफाई निरीक्षकों व सिटी मैनेजरों के वेतन पर रोक के आदेश को जारी कर दिया जायेगा.
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