पटना : अटल बिहारी वाजपेयी की कविता में ऐसे भाव छिपे हैं, जो सबके लिए प्रेरणादायी है. उनके व्यक्तित्व की समीक्षा करने में वर्षों लगेंगे कि वे राजनेता, प्रधानमंत्री या कवि थे. जब उन्होंने सामाजिक जीवन में प्रवेश किया तो उसके अनेक पहलू थे. पहला काम उन्होंने पत्रकार बनकर कई पत्रिकाओं के संपादन का किया. ये बातें बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने कहीं.वे शनिवार को अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित काव्यांजलि के दौरान ज्ञान भवन में बोल रहे थे. इसका आयोजन राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने किया था. राज्यपाल ने कहा कि उनकी एक-एक कविता एक-एक पुस्तक के बराबर है.
अधिवेशन भवन में काव्यांजलि कार्यक्रम आज : भाजपा की सहयोग से पूरे बिहार में प्रखंड स्तर पर काव्यांजलि कार्यक्रम का आयोजन रविवार को किया जायेगा.
पटना में इसका आयोजन अधिवेशन भवन में रविवार को दोपहर एक बजे किया जायेगा. इसमें उनके बचपन पर आधारित फिल्म ‘चलो जीते हैं’ का प्रदर्शन भी किया जायेगा. अवसर पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, रामकृपाल यादव, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, मंत्री नंदकिशोर यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय आदि मौजूद रहेंगे.
संस्मरण प्रकाशित करेगी भाजपा
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के कई परिवारों से अटल बिहारी वाजपेयी के अच्छे रिश्ते रहे. यदि किसी के पास कोई अविस्मरणीय फोटो हो तो प्रदेश भाजपा कार्यालय में भेज दें. यहां से उनके संस्मरण पर आधारित पुस्तक का प्रकाशन किया जायेगा. कार्यक्रम में कई मंत्री व भाजपा नेता मौजूद थे.
