पटना: जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सहमधेपुरा से सांसद पप्पू यादव ने कहा कि उनकी पार्टी नारी सम्मान और मां-बहनों की अस्मिता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. यही वजह है हम लोगों में जागृति लाने और नेताओं व सफेदपोशों को बेनकाब करने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं. उन्होंने पोर्न पर बैन लगाने की बात करते हुए कहा कि आज इंटरनेट पर पोर्न सबसे ज्यादा सर्च की जाने वाली चीजों में से है. समाज में बड़ी संख्या में लोग पोर्न देखते हैं. ऐसी मानसिकता के साथ समाज में महिलाओं पर यौन हमले को नहीं रोका जा सकता है. इसलिए हम पोर्न को बैन करने की मांग को लेकर हाई कोर्ट भी जायेंगे.
सांसद पप्पू यादव ने आज पटना में अपने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरानउक्त बातेंकही. उन्होंने कहा कि बिहारके शेल्टर होम में लड़कियों से हुए दुष्कर्म के मुद्दे पर सत्ता और प्रतिपक्ष दोनों चुप हैं. उनकी चुप्पी बताती है कि महिलाओं की रक्षा से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है. दोनों पक्ष के लोग ब्रजेश ठाकुर, मनीषा दयाल, मधु, एमएस राजू और सुनील कुमार को बचाने में लगे हैं.
पप्पू यादव ने सवाल करते हुए कहा, अभी तक पूर्व मंत्री के पति की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी. शेल्टर होम से गायब लड़कियां कहां हैं और गवाह कहां हैं. इन सवालों को दरकिनार कर सभी दल 2019 के चुनाव की तैयारी में जुट गये हैं. तभी तो प्रदेश के नेताओं को महिलाओं से ज्यादा चिंता फफूंदी वाले खीर और औराये तरकारी की है. बिहार, आज रोज हो रहे गैंग रेप की घटनाओं से कराह रहा है. इसलिए जन अधिकार पार्टी (लो) की ओर से 6 से 13 सितंबर तक नारी बचाओ पदयात्रा का आयोजन किया गया. यह पदयात्रा कल यानी 6 सितंबर को मधुबनी जिले के बासोपट्टी से शुरू होगी और 13 सितंबर को पटना में समाप्त होगी.
पप्पू यादव ने फर्जी तरीके से चलाने वाले पैथोलॉजी लैब संचालक और फर्जी डॉक्टरों के सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के अनुसार, मात्र 35 लैब ही बिहार में कार्यरत हो सकता है. एमडी करने वाले डॉक्टर ही लैब चला सकते हैं. मगर दुर्भाग्य है कि अभी तक बिहार सरकार ने इस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की है. इसलिए अगर सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार, 20 सितंबर तक फर्जी रूप से चलने वाले पैथोलॉजी बंद नहीं किये गये तो राज्य के एक-एक लैब संचालकों और फर्जी डॉक्टरों के क्लिनिकों पर जन अधिकार पार्टी (लो) तालाबंदी करेगी, ताकि सुप्रीम कोर्ट के गाइड लाइन का पालन करवाने का काम करेगी.
सांसद ने एससी-एसटी एक्ट पर कहा कि वोट की राजनीति में राजनेता समाज में नफरत फैला रहे हैं. यह देश को बांटने की प्रवृति उचित नहीं है. कानून पहले भी थे, मगर इस पर आज हंगामा क्यों हो रहा है? सवर्ण बंद पर पप्पू यादव ने कहा कि आखिर देश महिलाओं के साथ बलात्कार के खिलाफ, गरीबी, रोजगार, स्वास्थ्य के मुद्दे पर एक साथ क्यों नहीं होता? एससी-एसटी एक्ट से किसी को दिक्कत नहीं है, बस देश तोड़ने वाले कुछ गुंडे इस ओछी मानसिकता से लोगों में नफरत फैलाकर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं.