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पटना : सिपाही वेद निधि उर्फ लाली ही है लूटकांड का मास्टरमांइड
पटना : पटना के एसएसपी मनु महाराज और सिटी एसपी सेंट्रल अमरकेश दारपीनेनी ने इन चारों सिपाहियों की पहचान कर ली है. इन सिपाहियों में वेद निधि उर्फ लाली मास्टर माइंड है. सभी चारों सिपाही की पोस्टिंग पटना के पुलिस लाइन में थी. लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए ये लोग खाकी वर्दी […]
पटना : पटना के एसएसपी मनु महाराज और सिटी एसपी सेंट्रल अमरकेश दारपीनेनी ने इन चारों सिपाहियों की पहचान कर ली है. इन सिपाहियों में वेद निधि उर्फ लाली मास्टर माइंड है. सभी चारों सिपाही की पोस्टिंग पटना के पुलिस लाइन में थी. लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए ये लोग खाकी वर्दी और सरकारी हथियार का इस्तेमाल करते थे.
इस बात की पुष्टि पटना पुलिस के अधिकारियों ने कर दी है. वहीं घटना में शामिल चार लोगों के गिरफ्तार होते ही आरोपित पुलिसकर्मी फरार हो गये. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
खंगाले गये हैं शहर के सभी सीसीटीवी : घटना सामने आने के बाद एसएसपी मनु महाराज ने टीम बनाया था सिटी एसपी को जिम्मा सौंपा था.
इसके बाद टीम ने जांच करते हुए शहर में लगे सारे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला था. इसी दौरान जांच कर रही टीम की नजर सीसीटीवी के फुटेज में दिख रहे अपराधी चंदन सिंह के ऊपर पड़ी. परसा का रहने वाला चंदन सिंह पहले मुगलसराय स्टेशन पर पानी की बोतलें बेचा करता था. बाद में ये लूट और अपहरण की वारदातों को अंजाम देने लगा था. चंदन बेऊर, जक्कनपुर समेत कई थानों से जेल भी जा चुका है.
ऐसे गिरफ्त में आये आरोपित
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही पटना पुलिस की टीम ने सबसे पहले अपराधी चंदन सिंह को पकड़ा. चंदन की निशानदेही पर मनोज को गिरफ्त में लिया गया. इसके बाद दीघवारा का रहने वाला श्याम बाबू और फिर अंत में पटना के सब्जीबाग के रहने वाले शहजाद को गिरफ्तार किया गया. फिर इनसब से पूछताछ हुई.
तब जाकर चारों सिपाहियों के बारे में पता चला. गिरफ्तार किये गये इन चारों अपराधियों के पास से पुलिस ने लूट के 400 ग्राम सोना, 2 लाख 75 हजार रुपए और वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए गए बाइक को बरामद किया गया है.
पुलिस के अनुसार लूट के बाद सोना को दो भाग में बांटा गया था. आधा सोना चारों सिपाहियों को दिया गया था. पुलिस सोर्स बताते हैं कि फरार चल रहे चारों सिपाहियों ने इससे पहले भी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया था. गुजरात के सोना कारोबारी को लूटने के पीछे का दिमाग मनोज और चंदन का है. इन्हीं दोनों ने लाइनर का काम किया था. जबकि शहजाद ने चारों सिपाहियों को लाइन अप किया था.
एेसे हुई थी घटना
बात 13 जुलाई 2018 की देर रात साढ़े 10 बजे के करीब की है. मामला कदमकुआं थाना के तहत पटना के बाकरगंज इलाके का है. गुजरात के राजकोट के रहने वाले सोना के कारोबारी आशीष को चारों सिपाहियों ने घेर लिया था. कार्रबाईन और दूसरे सरकारी हथियार के बल पर कारोबारी को डराया.
फिर कारोबारी के पास से करीब 1 किलो सोना लूट लिया गया. लूट के इस वारदात के दौरान चारों सिपाहियों के अलावे मौके पर 4 और अपराधी भी मौजूद थे. जिन्होंने इस लूट में सिपाहियों की मदद की. अपराधियों में बाकरगंज का रहने वाला मनोज कुमार भी शामिल था. मनोज ने ही लाइनर की भूमिका निभायी थी.
मनोज की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार की देर शाम करबीगहिया में उसके ससुराल वालों ने एक घंटे तक रोड को जाम कर दिया था. बाकरगंज में मनोज की शुभम ज्वेलर्स नाम की एक शॉप भी है.
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