पटना : लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाने वाली राजनीतिक घटना में राहुल गांधी की आलोचना करना राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शंकर चरण त्रिपाठी को महंगा पड़ गया. पार्टी ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी से निकाल दिया है.
राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने बताया कि पार्टी गाइड लाइन के खिलाफ जाने पर शंकर चरण त्रिपाठी के खिलाफ ये कदम उठाया गया. भाई वीरेंद्र का कहना है कि वे लगातार पार्टी गतिविधियों के खिलाफ काम कर रहे थे. इसके चलते पार्टी के कई नेता उनसे खुश नहीं थे. रविवार को हुई बैठक में उन्हें पार्टी से बाहर करने पर सहमति बनी थी.
त्रिपाठी के निष्कासन की जानकारी पार्टी की तरफ से प्रेस रिलीज कर दी गयी. राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एस एम कमर आलम द्वारा प्रेस रिलीज जारी कर बताया गया है कि पार्टी के कई वरिष्ठ साथियों द्वारा शंकर चरण त्रिपाठी पर पार्टी के खिलाफ दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. उस आलोक में उनसे स्पष्टीकरण देने की मांग की गयी थी. लेकिन, निर्धारित समय समाप्त होने के बाद भी उनकी तरफ से लिखित या मौखिक रूप से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया.
इसलिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार पार्टी संविधान की धारा- 33 के तहत पार्टी नियमावली की धारा -22 की उपधारा-4(क) के अधीन तत्काल प्रभाव से त्रिपाठी को सभी पदों से मुक्त किया गया है और उनकी पार्टी की सदस्यता रद्द की गयी है. इसके साथ ही उन्हें पार्टी से निष्कासित भी किया जाता है.
गौरतलब है कि राजनीतिक और कानूनी परेशानियों से जूझ रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव नेबीते वर्ष शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया था. कहा जाता है कि लालू यादव, लखनऊ के रहने वाले शंकर त्रिपाठी के कहने पर ही रंगीन कुर्ता पहनना शुरू किया था. शंकर चरण त्रिपाठी सेल्स टैक्स अधिकारी रह चुके हैं.
त्रिपाठी बोले- राजद का तानाशाही रवैया है
इधर, अपने ऊपर कार्रवाई को लेकर शंकर चरण त्रिपाठी ने कहा कि मुझे इस बारे में जानकारी मीडिया से मिली है. पार्टी ने मुझसे कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगा. उन्होंने कहा कि मैंने राहुल गांधी को लेकर जो भी बयान दिया वो सच था. उन्होंने सदन में अच्छा भाषण दिया, लेकिन जाकर पीएम मोदी से गले क्यों लगे? उसके बाद उन्होंने जो हरकत की क्या वो सही है? त्रिपाठी ने कहा कि ये राजद का तानाशाही रवैया है. मुझ पर अगर सच बोलने के कारण कार्रवाई की गई है और लालू जी के संज्ञान में ये कार्रवाई की गयी है तो मैं सच बोलने से कभी पीछे नहीं हटूंगा. कार्रवाई से पहले मुझसे बात करनी चाहिए थी.