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ताला तोड़ डिजनीलैंड के संचालक ने क्रीड़ा मैदान में गिराया सामान
प्राचार्य ने किया विरोध नहीं माना संचालक प्राचार्य ने एसडीओ से की लिखित शिकायत मसौढ़ी : स्थानीय श्रीमती गिरिजा कुंवर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य की बिना अनुमति व विरोध के बाबजूद डिजनीलैंड के संचालक ने डिजनीलैंड लगाने के लिए गुरुवार को स्कूल के मुख्य गेट का ताला तोड़ कर जबर्दस्ती विद्यालय के क्रीड़ा मैदान […]
प्राचार्य ने किया विरोध नहीं माना संचालक
प्राचार्य ने एसडीओ से की लिखित शिकायत
मसौढ़ी : स्थानीय श्रीमती गिरिजा कुंवर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य की बिना अनुमति व विरोध के बाबजूद डिजनीलैंड के संचालक ने डिजनीलैंड लगाने के लिए गुरुवार को स्कूल के मुख्य गेट का ताला तोड़ कर जबर्दस्ती विद्यालय के क्रीड़ा मैदान में सामान गिरा दिया. इस दौरान विद्यालय के प्राचार्य व शिक्षकों के साथ संचालक व उसके कर्मियों की तीखी नोंक-झोंक भी हुई.
बाद में विद्यालय के प्राचार्य ने इसकी लिखित शिकायत एसडीओ से की. मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को एसएमजीके उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य से बिना अनुमति लिये ही डिजनीलैंड के संचालक ने विद्यालय के मेन गेट का ताला तोड़ दिया व विद्यालय के क्रीड़ा मैदान में डिजनीलैंड लगाने के लिए ट्रक से सामान गिराना शुरू कर दिया.
जब इसकी जानकारी विद्यालय के प्राचार्य मो हारून को हुई, तो वे कुछ शिक्षकों के साथ मौके पर पहुंचे व संचालक से वहां डिजनीलैंड न लगाने और सामान वापस ले जाने को कहा. इस पर डिजनीलैंड का संचालक व उसके कर्मी उनसे भिड़ गये और दोनों पक्षों के बीच तीखी नोंकझोक होने लगी.
संचालक का कहना था कि डिजनीलैंड लगाने के लिए उसने एसडीओ, नगर पर्षद व थाना से अनापति प्रमाणपत्र ले लिया है. बाद में बीचबचाव से मामला किसी तरह शांत हुआ. इसके बाद प्राचार्य एसडीओ से मिले और उनसे इसकी लिखित शिकायत की.
गौरतलब है कि पूर्व के तत्कालीन एसडीओ आनंद शर्मा ने विद्यालय के प्राचार्य के आग्रह पर विद्यालय के क्रीड़ा मैदान में किसी भी कार्यक्रम अथवा मनोरंजन संबंधी गतिविधियों के आयोजन के लिए आयोजक को प्राचार्य से अनापति प्रमाणपत्र लेना आवश्यक कर दिया था
क्या कहते हैं एसडीओ
इस बात की जानकारी नहीं थी कि विद्यालय के क्रीड़ा मैदान में किसी भी कार्यक्रम अथवा मनोरंजन संबंधी गतिविधियों के आयोजन के लिए विद्यालय के प्राचार्य से पहले अनुमति लेने का प्रावधान है. थाना व नगर पर्षद से मिले अनापत्तिपत्र को देख कर डिजनीलैंड लगाने की अनुमति दे दी.
संजय कुमार, एसडीओ
क्या कहते हैं प्राचार्य
इस तरह के आयोजन से विद्यालय का क्रीड़ा मैदान तो खराब होता ही है छात्र-छात्राओं को स्कूल आने- जाने में परेशानी होती है. उनके पठ्न- पाठन पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ता है. उक्त क्रीड़ा मैदान अनुमंडल मुख्यालय का एकमात्र मैदान है जहां शहर के बच्चे खेलते हैं.
मो हारून, प्राचार्य
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