पटना : बहुचर्चित चारा घोटाले में दोषी करार दिये जाने के बाद जेल गये लालू को लेकर बिहार की राजनीति में बहुत सी चर्चाएं जारी हैं. राजद की ओर से केंद्र सरकार और बिहार सरकार द्वारा रची गयी साजिश बतायी जा रही है. वहीं दूसरी ओर न्याय पर भरोसा और ऊपर वाले पर भरोसा जताया जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्रा की रिहाई को लेकर भी राजद नेता सवाल खड़े कर रहे हैं. इस बीच कर्नाटक के सेवानिवृत्त पूर्व डीजीपी और वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी एपी दुराई द्वारा लिखी एक किताब परशूट ऑफ लॉ एंड ऑर्डर की भी चर्चा हो रही है. राजद के कई नेताओं ने दुराई की पुस्तक को कोट कर यह कहा है कि लालू यादव को चारा घोटाले में साजिश के तहत फंसाया गया है.
चारा घोटाले के मुख्य जांच अधिकारी रहे एपी दुराई ने अपनी आत्मकथा के अध्याय 26 का टाइटल दिया है सीबीआइ वर्सेज लालू प्रसाद यादव. इस सेक्शन के पेज संख्या 230,231 और 232 में लिखा है कि सीबीआई ने अपने द्वारा दायर 49 मुकदमो में से 7 में लालू प्रसाद यादव को मुजरिम बनाया है. उन्होंने लिखा है कि लालू प्रसाद यादव एवं कुछ आईएएस को फंसाने का गम्भीर षड़यंत्र किया गया. देश की न्यायिक व्यवस्था में ऐसा होना ठीक नही है. मीडिया ने भी लालू प्रसाद यादव को बिना मुजरिम सिद्ध हुए खुद ही ट्रायल कर उन्हें अपराधी घोषित कर दिया. दोषी साबित होने और लालू के जेल जाने के बाद से इस पुस्तक को लेकर भी सियासत शुरू हो गयी है. बात-बात पर इस किताब के उदाहरण दिये जा रहे हैं.
जांच अधिकारी रहे एपी दुराई ने किताब में आगे लिखा है कि मैं समझता हूं कि लालू प्रसाद यादव का अहीर, पिछड़ा होना ही उन्हें अपराधी घोषित करने के लिए काफी था. सीबीआई द्वारा लालू को क्रश करने की योजना को मूर्त रूप दिया गया, क्योंकि लालू इस देश की हजारो वर्ष पुरानी सनातन एवं जड़ हो चुकी व्यवस्था को चुनौती दे दिए थे. लालू ने रामरथ रोक दिया था. लालू ने आरक्षण के लिए पुरजोर जोर लगा दिया था. लालू ने मण्डल कमीशन को लागू करवाने के लिए अपनी पूरी पूंजी/ताकत झोंक डाली. लालू ने रामजेठमलानी को मण्डल कमीशन के केस का वकील हायर कर सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर लड़ाई लड़ने का कार्य किया. लालू जी ने बिहार मेंशोषितों को भी जीवंतता दी. दमित-पीड़ित लोग अब लालू के कारण बोलने लगे. यदि लालू यादव को साजिश के तहत फंसाया गया है और वह निर्दोष हैं, तो सवाल उठता है कि दोषी कौन हैं ? साथ ही सवाल यह भी कि दुराई ने दोषियों के बारे में कोई इशारा क्यों नहीं किया.
कोर्ट की ओर से लालूको दोषीकरारदिये जाने के बाद एपी दुराई की पुस्तक में लिखे इन्हीं बातों को आधार बनाकर राजद के बड़े नेता उनके बचाव में लगे हुए हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता रधुवंश प्रसाद सिंह ने रविवार को यहां तक कहा है कि लालू प्रसाद को उनके दुश्मनों ने छल कर फंसाया क्योंकि दुरई स्पष्ट लिखते हैं कि लालू को फंसाने की साजिश की गयी. सिंह ने कहा कि राजद झुकने वाला नहीं है क्योंकि यह जनता की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि सीबीआइ ने केंद्र सरकार का विरोध करने के कारण लालू को बेवजह फंसाया. चारा घोटाला में शनिवार को लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिया गया था. उन्हें इस केस में तीन जनवरी को सजा सुनाई जायेगी.
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