भागलपुर : बिहार के भागलपुर जिले के बिहपुर प्रखंड के मड़वा गांव के पास सड़क किनारे एक पोखर में रविवार को गणेश जी की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान दर्जन भर बच्चे डूब गये थे. इस हादसे में नौ बच्चों की मौत हो गयी थी. घटना के बाद सोमवार को आक्रोशित परिजनों ने बच्चों के शव के साथ नेशनल हाइवे 31 को जाम कर हंगामा किया. सूचना के बाद पहुंचे प्रशासन ने लोगों को काफी समझाया बुझाया, तब जाकर मामला शांत हुआ. वहीं, मौके पर पहुंचे एसडीओ और एसडीपीओ ने ग्रामीणों को समझाया बुझाया और चार-चार लाख रुपये का चेक प्रदान किया. प्रशासनिक अधिकारी प्रशासन की किसी तरह की गलती होने से इंकार कर रहे हैं. मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन भी पहुंचे और परिजनों से मिलकर घटना पर दुख व्यक्त करते हुए गहरी शोक संवेदना व्यक्त की.
इससे पूर्व रविवार को इस घटना के बाद मात्र एक बच्चे को किसी तरह लोगों ने जिंदा बचा लिया था. सूचना के बाद मौके पर नवगछिया के एसपी पंकज सिन्हा, एसडीओ डॉ आदित्य प्रकाश, एसडीपीओ मुकुल रंजन, बीडीओ सत्येंद्र कुमार, सीओ रतन लाल, पीएचसी प्रभारी डॉ चंद्रिका प्रसाद, बिहपुर थाना के थानाध्यक्ष राम विचार सिंह व झंडापुर ओपी के प्रभारी जवाहरलाल सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये थे. जानकारी के मुताबिक बिहपुर प्रखंड के कोरचक्का गांव के आठ परिवारों के घर के बच्चों की हादसे में मौत हो गई है. गांव के बच्चों की टोली ने गणपति की प्रतिमा स्थापित की थी. रविवार की शाम बच्चे प्रतिमा को विसर्जन करने के लिए बगल के ही गांव मडवा महंथ स्थान तालाब गयी.
कोरचक्का में गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की स्थापित की गयी प्रतिमा का रविवार को विसर्जन के लिए सभी पोखर आये थे, जिसमें गांव के बड़े लोग नहीं थे. बच्चे ही प्रतिमा के साथ पानी में उतर गये. पोखर के अंदर गड्ढे में एक बालक का पैर फिसल गया और वह डूब गया. फिर एक-एक कर सभी गहरे पानी में डूबते चले गये. कुछ तो किसी तरह बाहर निकल गये, जो लोगों को हादसे की सूचना दी.
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