Bihar Road Development: बिहार में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की मदद से 5254 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण का लक्ष्य तय किया गया है. इसमें से 4835 किलोमीटर लंबाई में सड़कें बन चुकी हैं. इसके साथ ही 1239 पुलों के बनाने का लक्ष्य तय किया गया था. इसमें से 936 पुलों का निर्माण पूरा हो चुका है. ऐसे में बची हुई सड़कों और पुलों का निर्माण अंतिम चरण में है.
इतने प्रतिशत तक का काम हुआ पूरा
जानकारी के मुताबिक, बची हुई सड़कों और पुलों का निर्माण अगले कुछ महीनों में पूरा कर लिया जायेगा. ऐसे में निर्धारित लक्ष्य के करीब 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. इस योजना पर सरकार टोटल 5989 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. इससे राज्य के दूर-दूर के गांवों से शहरों की दूरी लगातार कम हो रही है.
सड़कों और पुलों के निर्माण में ये जिला रहा आगे
ग्रामीण कार्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण सड़कों के निर्माण में नालंदा जिला सबसे आगे है. वहां टोटल 214 सड़कों की स्वीकृति दी गयी थी. उसमें से 200 सड़कें बन चुकी हैं. नालंदा में टोटल 370 किलोमीटर से अधिक लंबाई में सड़क बनायी गयी है. निर्माण का लक्ष्य 396 किलोमीटर था. साथ ही नालंदा में 67 पुलों का भी निर्माण किया जाना था, इसमें 60 पुल बनकर तैयार हो चुके हैं. जबकि गयाजी में टोटल 129 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति में से 121 सड़कें बन चुकी हैं.
पटना में 167 ग्रामीण सड़कों में 157 का निर्माण पूरा
इसके साथ ही पटना जिला में टोटल 167 ग्रामीण सड़कों के निर्माण की मंजूरी मिली थी, उसमें से 157 सड़कें बन चुकी हैं. पटना में टोटल 363 किलोमीटर लंबाई में ग्रामीण सड़कों के निर्माण का लक्ष्य था, उसमें से 329 किलोमीटर लंबाई में सड़क बन चुकी है. पटना के ग्रामीण इलाकों में निर्माणाधीन टोटल 54 पुलों में 46 पुल बनकर तैयार हो चुके हैं.

