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नीतीश ने हत्या के मुकदमे से डर कर दिया इस्तीफा, महागठबंधन सरकार बनाने का राजद ने किया दावा : लालू

महागठबंधन टूटने के बाद बोले राजद सुप्रीमो लालू पटना : सीएम पद से नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कांग्रेस के साथ मिल कर नयी सरकार गठन के प्रयास का संकेत दिया है. उन्होंने देर शाम अपने आवास पर बताया कि नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है. महागठबंधन में […]

महागठबंधन टूटने के बाद बोले राजद सुप्रीमो लालू
पटना : सीएम पद से नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कांग्रेस के साथ मिल कर नयी सरकार गठन के प्रयास का संकेत दिया है. उन्होंने देर शाम अपने आवास पर बताया कि नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है. महागठबंधन में शामिल जदयू, राजद और कांग्रेस के नेता मिल कर अपने नेता का चुनाव करें. अपना मुख्यमंत्री चुनें. जनता का मैंडेट पांच साल के लिए मिला है. मुख्यमंत्री के इस्तीफे पर अपनी भड़ास निकालते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार पर हत्या का मुकदमा है. वे देश के एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो मर्डर केस में मुदालय हैं. पंडारक थाने में वर्ष 1991 में कांड संख्या 131 दर्ज है.
1991 में लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्र पर सीताराम सिंह की हत्या हुई थी. नीतीश कुमार के खिलाफ संज्ञान लिया गया है. बाढ़ कोर्ट में कंप्लेन केस में 2009 में संज्ञान हुआ है. नीतीश कुमार ने विधान परिषद सदस्य के लिए चुनाव आयोग में जो शपथ पत्र दिया है, उसमें भी इस बात की चर्चा है. हत्या की सजा आजीवन कारावास या फांसी है. इस डर से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया. आखिर अव्वल मुदालय होकर वे गद्दी पर कैसे बैठे हैं? उन्होंने कहा कि महागठबंधन है. मुख्यमंत्री इस्तीफा करके चले गये हैं. महागठबंधन दल का नेता चुन कर सीएम बनाया जाये. अब देखना है कि कौन सही जगह पर है. हमने ढकेल कर नहीं भेजा है. डाइवोर्स हुआ था, तो इधर आये थे. राष्ट्रपति, सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी पर नीतीश का नहीं बल्कि केंद्र सरकार का विरोध किया.
जदयू के प्रवक्ता सीबीआइ नहीं
जदयू के प्रवक्ता सीबीआइ नहीं हैं या वह पुलिस थाना नहीं हैं कि उनको सफाई दी जाये. सब कुछ सेट था. नीतीश कुमार को मालूम हो गया था कि हम इस्तीफा मांग रहे हैं तेजस्वी से, तो वह 302 के मुदालय हैं.
उन पर हत्या का मुकदमा है. इसमें सजा है आजीवन कारावास नहीं तो फांसी. यह बात वे शुरू से जानते थे. बाढ़ न्यायालय ने काॅग्निजेंस लिया. फिर आप मुख्यमंत्री कैसे बैठे थे. यह है जीरो टॉलरेंस वाले मेरे छोटे भाई सीएम का. हाइकोर्ट में केस प्रोसीडिंग स्टे हो गया और उस जज को प्रताड़ित किया गया है.
महागठबंधन सरकार बनाने का राजद कर सकता है दावा
भ्रष्टाचार से बड़ा आरोप है अत्याचार
लालू ने कहा कि भ्रष्टाचार से बड़ा आरोप है अत्याचार. नीतीश कुमार के खिलाफ पहले से हत्या व आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है. जीरो टॉलरेंस वाले मेरे छोटे भाई पर भ्रष्टाचार से बड़ा एक नागरिक की हत्या का आरोप है.
अभी यह मामला पटना हाइकोर्ट में चल रहा है. तारीख पर तारीख पड़ रही है. नीतीश कुमार को पता हो गया कि वे मुकदमा में बचनेवाले नहीं हैं. ऐसे में उन्होंने न तोको ना मोको,चूल्हा में झोंकों की स्थिति पैदा कर दी. नीतीश कुमार यह बताएं कि क्या कभी भी उनको परेशान किया गया है. हम कहते थे कि मेरा थंब इंप्रेशन ले लो.
आप सरकार को चलाओ. जब भी वह परेशानी में पड़ते थे तो मैं उनको तिलक लगाता था. कहते थे कि जाओ राज करो. पर इसने राज ऐसा किया कि बिहार की जनता को थप्पड़ मार दिया. पर दंगाई व बलवाई पार्टी और सुशील मोदी का लार टपक रही था. मैंने रात को भी नीतीश कुमार से बात की था. कोई गलतफहमी है, तो हम और आप मिल बैठ कर तय करें कि क्या करना है. उप मुख्यमंत्री से नीतीश कुमार ने 40 मिनट तक बात की. इस्तीफा की कोई बात नहीं थी. कहा था कि प्रेस के माध्यम से आरोप को बता देंगे, कोई हड़बड़ी नहीं है.
नया नेता चुन कर नयी सरकार बनाइए
जनता ने पांच साल के लिए मैंडेट दिया है. सांप्रदायिक ताकत हमलोगों को समाप्त करना चाहती हैं. यह पूछा कि आप यह क्यों कर रहे हैं. जवाब मिला कि अब हमसे नहीं चलेगा. नहीं चलेगा, तो अभी तो 20 महीना हुआ.
दो-तिहाई समय बाकी है. तो नीतीश कुमार से यह अपील है कि आपके मन में सांप्रदायिक ताकतों का आशीर्वाद नहीं है, तो आप स्वत: इस्तीफा कर दिये. मंत्री सब खत्म हो गये. आप अपना रिकाॅर्ड मेंटेन करना चाहते हैं, कुर्ता और साफ रखना चाहते हैं, तो सब आरजेडी के एमएलए, समूचे जदयू के एमएलए और कांग्रेस के एमएलए बैठ कर नया नेता चुनें. नया नेता चुनकर नयी सरकार बनाइएं.
नये सीएम का चुनाव हो
बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जनता की इच्छाओं को दरकिनार किया. बीजेपी को हराकर आये थे बीजेपी को वोट देने का काम किया. हम राष्ट्रपति शासन में राज को ढकेलना नहीं चाहते हैं.
आप राष्ट्रपति शासन में ढकेलना चाहते हैं. दो-तीन दिनों में सभी विधायकों को बैठाइए. न आप रहें न तेजस्वी रहेगा. नया मुख्यमंत्री का चुनाव किया जायेगा. सबसे बड़ी पार्टी राजद है. तो उनका क्लेम बनता है. आप गोद में नहीं खेलिए. उधर सुशील मोदी के मुंह में लार टपक रही थी. भाजपा से नीतीश के समर्थन लेने पर लालू प्रसाद ने कहा कि इस्तीफा के बाद प्रधानमंत्री का तुरंत ट्वीट कर बधाई देना मतलब रखता है.
नीतीश कुमार के इस्तीफे का मुझे दुख
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया, इसका मुझे दुख है. इस्तीफा देने के लिए जाने से पहले हमसे बात की. अब भी हम नीतीश कुमार से अपील करेंगे कि सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने के लिए जदयू, राजद व कांग्रेस के विधायक बैठ कर नये नेता चुन कर नयी सरकार बनाएं.पर हमें उस समय संदेह हो गया था जब नोटबंदी व राष्ट्रपति के चुनाव में नीतीश कुमार ने भाजपा का समर्थन किया. लालू प्रसाद ने कहा कि हम पर पशुपालन घोटाला का आरोप भी था और अभी भी है. उसमें मुझे लोअर कोर्ट से कनविक्शन है और आगे अपील की है. यह सब जानते हुए नीतीश कुमार ने हमसे हाथ मिलाया था.
भाजपा से अलग होने पर नीतीश कुमार ने कहा था कि मिट्टी में मिल जायेंगे, लेकिन भाजपा से हाथ नहीं मिलायेंगे. संघ मुक्त भारत व भाजपा को हटाने का निर्णय लिया था. नीतीश कुमार से मंगलवार को 40 मिनट बात हुयी.
उसने कभी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का इस्तीफा नहीं मांगा. उसने कहा कि पब्लिक डोमेन के जो आरोप है उसे प्रेस के माध्यम से जनता को बता दिजीयेगा. इसमें कोई हड़बड़ी नहीं है. लालू ने कहा कि सीबीआइ केस को लेकर जनता को बता दिया जाता तो वह फर्जी केस में फिर खेल खेलती. हम अपनी जनता में सफाई दे चुके हैं. हमारा कोई कसूर नहीं है.
Prabhat Khabar Digital Desk
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