पांच दिवसीय गणेशोत्सव के दौरान विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजन
सौ वर्षों से अधिक समय से निभायी जा रही परंपरा.
प्रतिनिधि, पकरीबरावां
धमौल बाजार स्थित ऐतिहासिक गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े उत्साह और परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ मनाया जा रहा है. यहां वर्षभर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित रहती है. परंपरा के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन इस प्रतिमा का विधिवत विसर्जन किया जाता है और संध्या को नयी प्रतिमा की स्थापना कर पूजा-अर्चना की जाती है. मंदिर परिसर में प्रतिमा की स्थापना के साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. भजन-कीर्तन और दीपों की रोशनी से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है. पांच दिवसीय गणेशोत्सव के दौरान विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. अष्टमी को नई प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा पूरे गांव का भ्रमण करेगी, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे. गणेश पूजा समिति के अध्यक्ष सिंधु वर्मा ने बताया कि यह परंपरा सौ वर्षों से अधिक समय से निभायी जा रही है. समिति के सचिव अजीत भारती, कन्हैया कुमार, वीरू हलवाई, जित्तू कुमार बरनवाल, बिट्टू वर्मा सहित कई अन्य सदस्य आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं. प्रशासनिक व्यवस्था भी चुस्त दुरुस्त रही.
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