नवादा न्यूज : आउटसोर्सिंग के खिलाफ सफाई-कर्मियों की हड़ताल 11वें दिन भी रहीं जारी
इओ ने कहा-हड़ताल हो गयी खत्म, सफाईकर्मियों ने कहा-अभी जारीप्रतिनिधि,
हिसुआ.
आउटसोर्सिंग के खिलाफ हिसुआ नगर पर्षद के सफाईकर्मियों की हड़ताल 11वें दिन भी जारी रही. मंगलवार और बुधवार को मुख्य गेट के पास धरना-प्रदर्शन किया था. उसके पहले सोमवार को काला पट्टी बांधकर नगर भ्रमण कर प्रदर्शन किया था, जिसमें आम लोगों का भी मांग के पक्ष में समर्थन मिला था और नगर पर्षद को कोसा गया था. गुरुवार को बैनर पोस्टर लेकर हाय-हाय और मुर्दाबाद के नारों के साथ नगर भ्रमण कर प्रदर्शन किया. मुख्य पार्षद पूजा कुमार सहित संबंधित पार्षद और इओ के खिलाफ नारे लगाये. आम लोगों ने कर्मियों के पक्ष में जमकर टिप्पणी दी और नगर पर्षद के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जमकर कोसा. आम लोग लगातार इतने दिनों से साफ-सफाई चरमराने और नगर के पैसे की बरबादी के खिलाफ पहले से ही हैं. पहले दौर और दूसरे दौर की हड़ताल को मिलाकर लगभग 16 दिनों से हड़ताल जारी है. 26 मार्च को आउटसोर्सिंग का ठेका होने की जानकारी मिलने के बाद 28-29 मार्च से सफाईकर्मियों ने काम को पूरी तरह से ठप कर हड़ताल शुरू की थी. बीच में मान-मनौव्वल और 14 अप्रैल तक इस पर फैसला लेने का भरोसा मिलने पर बीच में काम शुरू किया था. लेकिन, 14 अप्रैल को कोई हल नहीं होने पर फिर से हड़ताल पर चले गये. कुल मिलाकर जैसे-जैसे दिन बीत रहा है, उनका आंदोलन तेज हो रहा है.इओ ने कहा-हड़ताल खत्म हो गयी
गुरुवार को कार्यपालक पदाधिकारी अतीश रंजन ने बताया कि सफाइकर्मियों की हड़ताल खत्म हो गयी है. लेकिन, शाम को सफाइकर्मियों ने बताया कि अभी हड़ताल जारी है. हमलोग काम पर नहीं लौटे हैं. हमें एक पत्र दिये जाने की बात है, लेकिन अभी तक पत्र नहीं मिला है. मामला अभी स्पष्ट नहीं है कि हमारे हक में यह पत्र होगा या केवल भरोसे और आश्वासन का. हम अभी ठीक से इसे समझेंगे. उसके बाद ही हड़ताल खत्म करने पर विचार करेंगे. उन्होंने बताया कि हमसे दोबारा मुख्य पार्षद को मांगों का आवेदन देने की बात कही गयी थी. मांग का आवेदन देने के बाद सशक्त कमेटी से क्या हो रहा है, यह सही से समझ में नहीं आ रहा है. इस पर बैठक कर बोर्ड और सशक्त कमेटी में इसका निर्णय लिया जाना चाहिए था. जब तक बोर्ड में लिखित प्रस्ताव नहीं लिया जाता, तब तक इस लिखा-पढ़ी का क्या आशय है, यह समझ में नहीं आ रहा है. हम अभी हड़ताल पर कायम रखेंगे.
सफाईकर्मियों की क्या है मांग
पुराने सफाइकर्मी, ड्राइवर और अन्य कर्मी आउटसोर्सिंग से काम कराने के खिलाफ है. उनका कहना है कि 20-25 साल से जैसे काम कर रहे थे, वैसे ही काम करेंगे. हम आउटसोर्सिंग के अधीन काम नहीं करेंगे. इसके अलावा नये सृजित वार्डों में आउटसोर्सिंग से काम कराया जा सकता है. उसमें हमारा विरोध नहीं है. नये सफाईकर्मियों को भी आउटसोर्सिंग से लिया जाये. हमें विरोध नहीं हैं, लेकिन हम पुराने वाले यथावत रहेंगे. नगर पर्षद बोर्ड इस पर बैठक कर सर्वसम्मति या बहुमत से इस पर निर्णय लेता है, तभी हम काम पर वापस लौटेंगे. नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा. आर-पार का संघर्ष होगा.
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