नयी खूबसूरती के साथ सैलानियों के स्वागत के लिए सज-धरकर तैयार भीषण बारिश और सैलाब से जलप्रपात का स्वरूप हो गया था प्रभावित गंदगी व मलबे हटाये गये और क्षतिग्रस्त संरचनाओं को किया गया दुरुस्त प्रतिनिधि, नवादा. बिहार का कश्मीर कहे जाने वाला प्रसिद्ध ककोलत जलप्रपात को आखिरकार 43 दिनों के बाद रविवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. अब यह पर्यटन स्थल एक बार फिर नयी खूबसूरती और ताजगी के साथ सैलानियों का स्वागत करने के लिए तैयार है. बता दें कि सात अगस्त की रात जिले और आसपास के इलाकों में आयी भीषण बारिश और सैलाब के कारण जलप्रपात का स्वरूप काफी प्रभावित हुआ था. पानी का तेज बहाव और मलबा आने से इस स्थल को पर्यटकों के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया था. इसके बाद प्रशासन ने ककोलत जलप्रपात को बंद कर दिया था. पिछले डेढ़ माह से पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन की ओर से सफाई, मरम्मत और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम लगातार जारी था. चारों ओर फैली गंदगी, मलबे और क्षतिग्रस्त संरचनाओं को दुरुस्त कर दिया गया है. अब यहां आने वाले पर्यटक पहले से भी बेहतर माहौल का आनंद उठा सकेंगे. ककोलत जलप्रपात की खासियत है कि यह चारों ओर हरियाली और पहाड़ी इलाके से घिरा हुआ है. करीब 160 फीट ऊंचाई से गिरने वाला झरना प्राकृतिक सुंदरता का अद्भुत नजारा पेश करता है. बरसात के मौसम में यहां की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है. यही वजह है कि इसे बिहार का कश्मीर कहा जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि ककोलत जलप्रपात के बंद होने से आसपास के दुकानदारों और परिसर स्थित होटल व्यवसायियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. अब इसके खुलने से पर्यटन को बढ़ावा मिलने और स्थानीय रोजगार में तेजी आने की उम्मीद है. क्या कहते हैं फॉरेस्टर इस बाबत फॉरेस्टर शैलेंद्र कुमार ने बताया कि पूर्व की तरह रविवार से ककोलत को खोल दिया गया है. पर्यटकों से अपील की है कि वे प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाते समय सुरक्षा नियमों का पालन करें और ककोलत को स्वच्छता बनाये रखें. साथ ही पानी में स्नान और एडवेंचर गतिविधियों के दौरान सावधानी बरतने की हिदायत दी गयी है. ककोलत जलप्रपात के दोबारा खुलने से क्षेत्र में उत्साह का माहौल है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

