लंपी स्किन डिजीज एलएसडी टीकाकरण की हुई शुरुआत, 30 जुलाई तक चलेगा टीकाकरण अभियान
14 प्रखंडों में 192 कर्मियों को पशुओं के टीका के लिए लगाया गया, मुफ्त में लगाया जा रहा टीका
प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय
जिले में तीन लाख 23 हजार 800 गायों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है, जबकि कुल चार लाख छह हजार 363 गौ जाति के पशु मौजूद हैं. जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ दीपक कुशवाहा ने बताया कि एलसीडी से प्रभावित मुख्यतः गौ जाति के पशु होते हैं. इसलिए जिला पशुपालन विभाग की ओर से गौ जाति के पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है. जिले के सभी 14 प्रखंडों में एलएसडी टीकाकरण किया जायेगा. इसके लिए टीकाकर्मी घर-घर जाकर मुफ्त में पशुओं को टीकाकरण कर रहे हैं.क्या होता है लंपी वायरस
लंपी स्किन डिजीज को ‘गांठदार त्वचा रोग वायरस’ भी कहा जाता है. यह एक संक्रामक बीमारी है, जो एक पशु से दूसरे पशु को होती है. आसान शब्दों में कहें तो संक्रमित पशु के संपर्क में आने से दूसरा पशु भी बीमार हो सकता है. डॉक्टर्स की मानें तो मच्छर के काटने और खून चूसने वाले कीड़ों के जरिए यह बीमारी मवेशियों को होती है.टीकाकरण में 192 कर्मी होंगे शामिल
जिले में चलाए जा रहे टीकाकरण में 192 प्राइवेट टीकाकर्मी शामिल होंगे. विभागीय जानकारी के अनुसार जिले के सभी 14 प्रखंडों में 192 टीकाकर्मी के द्वारा 3,23,800 गायों का टीकाकरण किया जायेगा. टीकाकर्मी घर-घर जाकर गायों में टीकाकरण करेंगे. जिले के सभी प्रखंडों में टीकाकरण को सफल बनाने के लिए प्रत्येक प्रखंड में नोडल पदाधिकारी नामित किये गये हैं, जबकि जिला स्तर पर जिला नोडल पदाधिकारी के रूप में श्रीनिवास कुमार शर्मा को नामित किया गया है. जिला पशुपालन विभाग में एलएसडी टीकाकरण की शुरुआत पशुपालन पदाधिकारी डॉ दीपक कुमार कुशवाहा ने की. अभियान को सफल बनाने में पशु शल्य चिकित्सक डॉ संजय कुमार, डॉ श्रीनिवास कुमार शर्मा, डॉ सुधीर कुमार, डॉ प्रेम प्रकाश आदि जुटे हैं.रोग की कैसे करे पहचान
एलएसडी एक गंभीर बीमारी है. लंपी स्किन डिजीज ज्यादातर गाय में पायी जाती है. इसके होने पर प्रभावित पशु के शरीर पर गोल-गोल चकते व ठोस गड्ढे हो जाते हैं. इसमें पशु के सिर, गर्दन, व पूरे शरीर पर गड्ढे हो जाते हैं. यह एक पशु से दूसरे पशु तक फैलने वाला संक्रामक एवं जानलेवा बीमारी है.प्रखंडों में टीकाकरण का लक्ष्य
प्रखंड का नाम टीकाकरण का लक्ष्य
नवादा नगर 1800नवादा शहर 18200नारदीगंज 16800नरहट 13200हिसुआ 28700मेसकौर 24800सिरदला 38700रजौली 33700अकबरपुर 33000गोविंदपुर 20700रोह 18700कौवाकोल 27000पक़रीबरावा 22200काशीचक 6700वारसलीगंज 19600कुल 323800लंपी स्कीन डिजीज के लक्षण
-संक्रमित पशु को बुखार आना-पशुओं के वजन में कमी-आंखों से पानी टपकना-लार बहना-शरीर पर दाने निकलना-दूध कम देना-भूख न लगानालंपी स्किन डिजीज से बचाव के उपाये
-संक्रमित पशु को अलग रखेंतबेले की साफ सफाई रखें.-मच्छरों को भगाने के लिए स्प्रे करें-संक्रमित पशु को गोट पॉक्स वैक्सीन लगवाएं. -पशुओं को चिकित्सक की सलाह पर दवा दे सकते हैं.क्या कहते हैं अधिकारी
प्रत्येक प्रखंडों के हर एक गांव में जाकर कर्मी टीकाकरण कर रहे हैं. पशुपालक अपने पशुओं का टीकाकरण अवश्य करायें. पशुपालन विभाग के द्वारा यह टीकाकरण नि:शुल्क उपलब्ध करायी जा रही है. डॉक्टर के बताए उपायों का पालन करें. किसी भी तरह की परेशानी होने पर पशु चिकित्सक से तुरंत सलाह ले.डॉ दीपक कुमार कुशवाहा, जिला पशुपालन पदाधिकारी, नवादाB
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