रजौली : बुधवार की रात रजौली पुलिस ने छह पियक्कड़ों को पकड़ कर छोड़ दिया. सीएम नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून को पुलिसवाले ही धत्ता बताने लगे हैं. चंद रुपयों की खातिर पुलिसवाले कुछ भी करने पर उतारु हैं. थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि इस संबंध में संबंधित एसआइ से बात कर मामले की जानकारी लेते हैं. जानकारी के अनुसार, हुआ यूं कि रजौली बाइपास चौक पर सरेआम छह लोग स्कॉर्पियो पर बैठ कर विदेशी शराब पी रहे थे. इसी बीच कई मीडियाकर्मी वहां पहुंचे. खुलेआम विदेशी शराब पीते देख मीडियाकर्मियों ने गश्ती कर रहे एसआइ जयशंकर झा को इसकी सूचना दी.
सूचना के बाद एसआइ बाइपास चौक पहुंचे, लेकिन इसी बीच शराब पी रहे छह लोगों की नजर पुलिस पर पड़ी. पुलिस को देखते ही वे वहां से भाग निकले. पुलिस ने उसका पीछा कर करिगांव स्थित एक होटल के पास ओवरटेक कर पियक्कड़ों को रोका. लेकिन, एसआइ ने गिरफ्तार करने की जगह सभी को छोड़ दिया. पीछे-पीछे पहुंची मीडियाकर्मियों की टीम ने जब एसआइ को कहा कि आप पियक्कड़ों को क्यों छोड़ रहे हैं, तो एसआइ ने कहा कि आप लोग केवल लिखना जानते हैं.
वे लोगों से भी लंबा-लंबा कानून जानते हैं. साथ ही कहा कि आप के कहने से थोड़े ही पकड़ लेंगे. झारखंड से 200 लोग शराब पीकर आ रहे हैं तो क्या हम सबको पकड़ लेंगे. कहकर मीडियाकर्मियों से ही उलझ गये. पुलिस द्वारा एक बार में छह लोगों को पकड़ कर छोड़ देने की घटना शराब बंदी के सवाल पर सवालिया निशान खड़ा करती है. पुलिस की ऐसी भूमिका होगी तो क्या बिहार में शराबबंदी सफल हो सकेगी.