रजौली : सरकार के शराबबंदी कानून का प्रखंड के नक्सलग्रस्त इलाकों में कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है. शराब माफियाओं द्वारा चोरी-छिपे देशी महुआ शराब का निर्माण कर बेचा जा रहा है. भानेखाप, हाथोचक, जोगियामारण, सतगीर, भड़रा सहित कई जगहों पर शाम होते ही शराबियों की जमावड़ा लग जाता है, जो देर रात तक इन जगहों पर पीने-पिलाने का दौर चलता रहता है.
नक्सल इलाके होने के कारण पुलिस व आबकारी विभाग इन जगहों पर छापेमारी करने से परहेज करते हैं. इसका सीधा फायदा शराब माफियाओं को मिलता है. हालांकि, पुलिस ने कई बार छापेमारी कर शराब की भट्ठियों को ध्वस्त किया हैं. थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि शराब के धंधा के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है. शराबबंदी कानून का उल्लंघन करनेवाले को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा.