पटना. महाराष्ट्र के पुणे के स्क्रैप काराेबारी लक्ष्मण साधु शिंदे को 11 अप्रैल को अगवा करने में 19 बदमाश शामिल थे. इनमें से 11 की गिरफ्तारी कर ली गयी है. लेकिन आठ अब भी फरार हैं. पुलिस ने इस मामले में सात को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और चार से पूछताछ जारी है. खास बात यह है कि इन चारों की निशानदेही पर पुलिस टीम वैशाली, नालंदा व नवादा में छापेमारी कर रही है. बाकी बचे बदमाश इन्हीं दोनों जिलों के हैं और सरगना रंजीत पटेल के सहयोगी हैं. इन बदमाशों के नाम की जानकारी पुलिस को मिल चुकी है. इस गिरोह ने कारोबारियों से करीब एक करोड़ की राशि वसूली है. पुलिस ने इस गिरोह के शिकार बने गुजरात, राजस्थान व अन्य राज्यों के कारोबारियों से बात की और उनसे यह जानकारी ली है कि किस खाते में उन लोगों के पैसे ट्रांसफर्र किये गये थे. इन लोगों से खाता नंबर की जानकारी लेकर सारी डिटेल निकाल ली गयी है. साथ ही उस डिटेल के आधार पर उन सभी को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. साथ ही पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि कुछ गरीब लोगों के खाता को किराये पर लेकर उसमें भी पैसा ट्रांसफर्र किया गया है. वैसे लोगों को पुलिस ने पकड़ा और फिर पूछताछ करने के बाद पीआर बांड पर छोड़ दिया है. विदित हो कि पुलिस ने महाराष्ट्र के पुणे के कारोबारी लक्ष्मण साधु शिंदे की हत्या में पुलिस ने नालंदा के मानुपुर के पलटपुरा निवासी रंजीत पटेल उर्फ मुन्ना उर्फ शिवराज सागी, नालंदा के नूरसराय के मेयार निवासी विकास कुमार उर्फ मोहित, नालंदा के हिलसा के नवडीहा निवासी लाल बिहारी, नालंदा के बेन के सौरे की संगीता कुमारी, नालंदा के चोरो के खरूआरा निवासी कुंदन कुमार, वैशाली के रानापर निवासी सचिन रंजन व कुणाल उर्फ कुंदन उर्फ करण कुमार को गिरफ्तार किया था. इस गिरोह ने पुणे के कारोबारी के खाते से 90 हजार की निकासी कर ली और पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. उनकी बेरहमी से पिटाई करने के कारण आंतरिक अंगों में चोट लगी थी और मौत हो गयी थी. महाराष्ट्र के पुणे के स्क्रैप काराेबारी लक्ष्मण साधु शिंदे को 11 अप्रैल को अगवा करने में 19 बदमाश शामिल थे. इनमें से 11 की गिरफ्तारी कर ली गयी है. लेकिन आठ अब भी फरार हैं. पुलिस ने इस मामले में सात को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और चार से पूछताछ जारी है. खास बात यह है कि इन चारों की निशानदेही पर पुलिस टीम वैशाली, नालंदा व नवादा में छापेमारी कर रही है. बाकी बचे बदमाश इन्हीं दोनों जिलों के हैं और सरगना रंजीत पटेल के सहयोगी हैं. इन बदमाशों के नाम की जानकारी पुलिस को मिल चुकी है. इस गिरोह ने कारोबारियों से करीब एक करोड़ की राशि वसूली है. पुलिस ने इस गिरोह के शिकार बने गुजरात, राजस्थान व अन्य राज्यों के कारोबारियों से बात की और उनसे यह जानकारी ली है कि किस खाते में उन लोगों के पैसे ट्रांसफर्र किये गये थे. इन लोगों से खाता नंबर की जानकारी लेकर सारी डिटेल निकाल ली गयी है. साथ ही उस डिटेल के आधार पर उन सभी को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. साथ ही पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि कुछ गरीब लोगों के खाता को किराये पर लेकर उसमें भी पैसा ट्रांसफर्र किया गया है. वैसे लोगों को पुलिस ने पकड़ा और फिर पूछताछ करने के बाद पीआर बांड पर छोड़ दिया है. विदित हो कि पुलिस ने महाराष्ट्र के पुणे के कारोबारी लक्ष्मण साधु शिंदे की हत्या में पुलिस ने नालंदा के मानुपुर के पलटपुरा निवासी रंजीत पटेल उर्फ मुन्ना उर्फ शिवराज सागी, नालंदा के नूरसराय के मेयार निवासी विकास कुमार उर्फ मोहित, नालंदा के हिलसा के नवडीहा निवासी लाल बिहारी, नालंदा के बेन के सौरे की संगीता कुमारी, नालंदा के चोरो के खरूआरा निवासी कुंदन कुमार, वैशाली के रानापर निवासी सचिन रंजन व कुणाल उर्फ कुंदन उर्फ करण कुमार को गिरफ्तार किया था. इस गिरोह ने पुणे के कारोबारी के खाते से 90 हजार की निकासी कर ली और पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. उनकी बेरहमी से पिटाई करने के कारण आंतरिक अंगों में चोट लगी थी और मौत हो गयी थी.
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