- पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का लाभ मिलता है गरीब परिवारों को
- योजना के प्रचार-प्रसार के लिए समाहरणालय में कार्यशाला का किया गया आयोजन
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आयुष्मान योजना के तहत 44.32 लाख का हुआ इलाज
पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का लाभ मिलता है गरीब परिवारों को योजना के प्रचार-प्रसार के लिए समाहरणालय में कार्यशाला का किया गया आयोजन नवादा : आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानी आयुष्मान भारत योजना सरकार द्वारा […]
नवादा : आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानी आयुष्मान भारत योजना सरकार द्वारा चलायी जा रही है.इस योजना के अंतर्गत अभी तक जिले में 40 हजार से अधिक परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाये गये हैं. उक्त बातें बुधवार को समाहरणालय में आयोजित कार्यशाला में कही गयी.
डीएम कौशल कुमार की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत गोल्डन कार्ड धारकों को लाभ पहुंचाने की योजना पर चर्चा की गयी. सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ प्रसाद ने बताया कि जिले के सदर अस्पताल सहित सभी 14 पीएचसी, पांच सीएससी व अनुमंडल अस्पतालों के अलावे दो निजी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा आयुष्मान भारत योजना के तहत दी गयी है.
आयुष्मान भारत योजना के बारे में शिक्षा विभाग, जीविका, आईसीडीएस, मेडिकल अधिकारी आदि के बीच करायी गयी कार्यशाला में बताया गया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड से इलाज की सुविधा 2011 के सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर तैयार सूची के अनुसार की जा रही है. जिले के एक लाख 75 हजार 276 लाभुकों का चयन सीधे 2011 की जनगणना के अनुसार किया गया है. जिले के सभी जरुरतमंद लोगों को यह कार्ड सहज तरीके से उपलब्ध हो इसके लिए सभी को सार्थक प्रयास करने हैं.
किसी अस्पताल में इलाज के दौरान यदि आपको लगे ही आप ठीक नहीं हो रहे हैं, तो दूसरे अस्पतालों में जाने के पहले वहां से मरीज को डिस्चार्ज कराना जरूरी है. सीएस ने कहा कि कई मरीज लोकल जिले से इलाज करा कर बिना सूचना दिये ही चले जाते हैं. इससे मरीजों को आगे कार्ड से लाभ लेने में असुविधा होगी.
आयुष्मान भारत योजना के तहत सितंबर 2018 से चार अगस्त तक अब कुल 855 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इनमें से 842 मरीजों का जरूरत के अनुसार ऑपरेशन व इलाज किया गया. प्रखंडवार आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के इलाज में हुए खर्च को देखें, तो अब तक 44 लाख 32 हजार 860 रुपये का खर्च किया गया है. कुल 748 मरीजों के क्लेम का निबटारा किया जा चुका है.
गोल्डन कार्ड बनाने पर जोर
एक लाख 75 हजार लाभुक परिवारों में महज 40 हजार कार्ड बनाया जाना चिंतनीय है. स्वास्थ्य विभाग इसमें सहयोग के लिए सरकार के अन्य विभागों की मदद ले रहा है. कार्यशाला का उद्देश्य योजना के बारे में लोगों को जागरूक करके उन्हें लाभ दिलाना है.
निश्चित ही मुफ्त में मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचाने की आवश्यकता है. लाभुकों तक योजना का कार्ड बनाने के लिए सही जागरूकता व जानकारी पहुंचाने की आवश्यकता है. कार्ड बनाने के लिए भटक रहे लोगों को सूची में नाम होने की सूचना देकर उन्हें आसानी से प्रक्रिया पूरी करके कार्ड उपलब्ध कराया जाना चाहिए.
ग्रामीण स्तर पर यदि सही तरीके से योजना को पहुंचाया जाये, तो निश्चित ही गरीब परिवारों के लिए यह सबसे अच्छी सौगात होगी. परिवार के सभी सदस्यों को इस कार्ड के माध्यम से पांच लाख रुपये सालाना इलाज कराने की सुविधा चयनित अस्पतालों में हो सकेगी. गोल्डन कार्ड बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने के अलावा अन्य जागरूकता कार्यक्रमों को शुरू किया जाना जरूरी है.
प्रखंडों का नाम प्रखंडवार लाभुकों की संख्या क्लेम में खर्च राशि (रुपये) में
अकबरपुर 18658 487190
गोविंदपुर 8295 204600
हिसुआ 11201 565400
काशीचक 5443 300080
कौआकोल 15160 411050
मेसकौर 8531 63800
नारदीगंज 8985 358240
नरहट 8937 138600
पकरीबरावां 16982 228140
रजौली 11308 52400
रोह 17374 254760
सिरदला 14452 439100
वारिसलीगंज 12045 362540
नवादा सदर 17905 352580
अनुमंडल अस्पताल रजौली 214380
कुल 175276 4432860
जरूरतमंद लोगों को मिलेगा लाभ
आयुष्मान भारत योजना के लाभुकों की संख्या जिले से घटायी या बढ़ायी नहीं जा सकती है. केंद्र सरकार के द्वारा सीधे 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना के आधार पर लाभुकों की सूची तैयार की गयी है. इसके अलावा जरूरतमंद परिवारों को जो तय मानक के अनुरूप आयेंगे, उन्हें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक कैशलेस इलाज कराया जायेगा. योजना का लाभ उठाने के लिए उम्र की बाध्यता एवं परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है. योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी ने एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.
इसके जरिये लाभार्थी यह जान सकते हैं कि उनका नाम लिस्ट में शामिल है या नहीं. लिस्ट में नाम जांचने के लिए वेबसाइट देख सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है. बैठक में बताया गया कि सदर अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में गोल्डन कार्ड बनाने की सुविधा है, जहां मुफ्त में आयुष्मान भारत का गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है. इसके अलावा वसुधा केंद्रों पर भी आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा दी गयी है. यहां लाभुक 30 रुपये खर्च करके अपना कार्ड बनवा सकते हैं.
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