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नप की मेहरबानी से कानाें में रात-दिन गूंजती है मच्छरों की आवाज !

पिछले कई माह से नहीं हुई शहर में फॉगिंग नवादा : शहर में गर्मी के साथ बेमौसम बरसात ने मच्छरों का प्रकोप बढ़ा दिया है. बात अगर नगर की करें, तो नगर में मच्छरों का तांडव इस कदर बढ़ गया है कि रात तो दूर दिन में भी मच्छरों से बचना मुश्किल है़. एक ओर […]

पिछले कई माह से नहीं हुई शहर में फॉगिंग

नवादा : शहर में गर्मी के साथ बेमौसम बरसात ने मच्छरों का प्रकोप बढ़ा दिया है. बात अगर नगर की करें, तो नगर में मच्छरों का तांडव इस कदर बढ़ गया है कि रात तो दूर दिन में भी मच्छरों से बचना मुश्किल है़. एक ओर जहां शहरवासियों को हर दिन गंदगी से जूझना पड़ता है वहीं दूसरी ओर मच्छरों से भी परेशानी हो रही है. नगर पर्षद क्षेत्र में सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई. पिछले कई माह से नगर में विभाग द्वारा फॉगिंग मशीन से दवा का छिड़काव नहीं किया गया. इसके कारण दिन-प्रतिदिन नगर में मच्छरों की संख्या बढ़ती ही जा रही है़.
मच्छरों के प्रकोप से लोग पड़ रहे है बीमार
नगर में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप से लोग बीमार हो रहे है़ं. जिन इलाकों में मच्छरों की संख्या ज्यादा है वहां रहनेवाले लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. पारनवादा के मकसूद आलम, मोजम्मिल, महजबी नाज, नाहिद परवीन, खालिद हसनैन, शमशेर आलम, नदीम अहमद, सिकंदर बख्त तथा पुरानी हाट पर मिर्जापुर के अधिवक्ता रविशंकर सिन्हा, सूरज सिन्हा, रंजीत कुमार सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि नाली में गंदगी होने के चलते क्षेत्र में जलजमाव रहता है. इलाके में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है़. गंदगी के कारण जिस स्तर से मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है, उससे परिवार में हमेशा कोई न कोई सदस्य बीमार रहते हैं.
लंबे समय से कई इलाकों की नहीं हुई सफाई
मच्छरों का तांडव शहर में इस कदर बढ़ गया है कि शाम होते ही शहरवासियों को मच्छरदानी का इस्तेमाल करना पड़ रहा है़. नगर में यह आलम किसी एक जगह नहीं, बल्कि हर ओर है़. नगर के कई ऐसे इलाके हैं जहां नालियों की कभी सफाई ही नहीं हुई है़ नगर के पारनवादा में मुस्लिम इलाके में मोगलाखार के अजमत नगर मुहल्ला है, जहां नगर पर्षद की नजरें नहीं गयी हैं. सालों भर इस क्षेत्र के कुछ हिस्साें में नाली का पानी बहता रहता है. खुरी नदी रेलवे पुल के पास स्थित इस इलाके में लंबे समय से सफाई ही नहीं हुई है.
मच्छरों से बचाने का नहीं हो रहा कोई उपाय
शहर में रहना अब मुश्किल हो गया है. नगर पर्षद न तो सफाई पर ध्यान दे रही है और न ही मच्छरों के प्रकोप से बचने का कोई उपाय कर रही है. स्थिति यह हो गयी है कि मच्छरों से बचने के लिए हम जिस रासायनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं वह भी बीमार करने का साधन हो गया है. इसके लिए जिला प्रशासन को गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है.
मनीष कुमार संतोष, हाटपर अस्पताल रोड
सफाई और मच्छरों के मामले में नगर पर्षद कभी भी गंभीरता नहीं दिखायी है. शहरी क्षेत्र में जिस कदर मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है, उसे गंभीरता से लेने की जरूरत है, शहर का पार नवादा भी नगर परिषद क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा है. लेकिन इस क्षेत्र में मच्छर भगाना तो दूर समुचित सफाई भी नहीं करायी जा रही है़
श्रवण कुमार,पार नवादा
निदान नहीं हुआ, तो होगी परेशानी
नगर में यदि फॉगिंग नहीं हुई तो रोग फैलने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है़. नगर में अभी के हालात में रात तो दूर की बात है, दिन में भी मच्छरों का तांडव नजर आता है़. नगर का कोई ऐसा मुहल्ला नहीं है जो मच्छरों के तांडव से अछूता है़. नगर पर्षद की लापरवाही इस कदर बढ़ी हुई है कि लोग मच्छरों की आवाज से परेशान हो चुके हैं़ बावजूद जिला प्रशासन व नगर पर्षद या स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर गंभीर नहीं हो रही है़. ज्ञात हो कि नगर पर्षद क्षेत्र में मच्छरों से होने वाले रोग मलेरिया, फाइलेरिया जानलेवा साबित हो रही है, इसके प्रकोप से कई तरह के वायरल बुखार जो जानलेवा है, उसका शिकार लोग हो रहे हैं.

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