नवादा नगर : आत्मशुद्धि करने का महान पयूर्षण पर्व का समापन क्षमावाणी के साथ किया गया. जैन धर्मावलंबियों ने भूलों के लिए एक-दूसरे से क्षमायाचना करते हुए रिश्तों को बनाये रखने का संकल्प लिया. नगर के अस्पताल रोड स्थित महावीर स्वामी जैन मंदिर तथा गौतम गणधर स्वामी की निर्वाण भूमि श्री गोणावां जी दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र पर जैन श्रद्धालुओं ने क्षमावाणी धर्म की विधिवत विशेष पूजा-अर्चना की. जैन समाज के लोगों ने विनयशील एवं विनम्र होकर क्षमा मांगते हुए आगे अपनी वाणी या आचरण से दूसरे को कष्ट नहीं होने देने का संकल्प लिया. दीपक जैन ने कहा
कुछ लोग क्षमा शब्द को अपने बचाव में हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं. अस्पताल रोड स्थित जैन मंदिर मे सबसे देर तक विधिवत पूजा अर्चना की गयी. अमरवाणी पूजा के बाद चरित्र माल के लिए जैन बंधुओं के बीच डाक की बोली लगायी गयी. इसमें प्रदीप सेठी ने ऊंची बोली लगा कर इसे प्राप्त किया. महावरी स्वामी के वचन क्षमा वीरस्य भूषणमं तथा क्षमा करने से आत्मा शुद्ध होता है, के भाव को लोगों ने पूजन के बाद एक-दूसरे से गले मिल कर व बुर्जुगों के पैर छू कर क्षमा मांगें.
आयोजन में अभय जैन, मनोज जैन, भीमराज जैन, जय कुमार जैन, निर्भय जैन, ज्ञान चंद जैन, ममता जैन, सुनीता जैन, चंदा जैन, स्वीटी जैन,संतोष जैन, रीता जैन,मानचंद जैन, उदय जैन, संदीप, निशांत, अरिहंत, सरोज जैन, मिंटू जैन, विजय जैन, सुषमा जैन, लक्ष्मी जैन, सुनीता जैन, वीणा जैन, श्रद्धा जैन श्रुति जैन, श्रेया जैन, शकुंतला जैन, सोनी जैन, मोना जैन, राजेश जैन, महेश जैन, सुभाष, सोनू जैन आदि ने भाग लिया.