Advertisement
हंगामे के बीच आम जनजीवन रहा दिन भर अस्त-व्यस्त
सड़क व रेल मार्ग करीब छह घंटे तक पूरी तरह जाम रहे बिहारशरीफ (नालंदा) : विश्व को सत्य और अहिंसा का संदेश देने वाली भगवान बुद्ध की कर्मस्थली राजगीर गुरुवार को उपद्रवियों की हरकतों के कारण कलंकित हो गयी. जहां बुद्धम् शरणम् गच्छामी 24 घंटे गूंजते हैं, वहां गुरुवार को गोलियों की गूंज और पत्थरों […]
सड़क व रेल मार्ग करीब छह घंटे तक पूरी तरह जाम रहे
बिहारशरीफ (नालंदा) : विश्व को सत्य और अहिंसा का संदेश देने वाली भगवान बुद्ध की कर्मस्थली राजगीर गुरुवार को उपद्रवियों की हरकतों के कारण कलंकित हो गयी. जहां बुद्धम् शरणम् गच्छामी 24 घंटे गूंजते हैं, वहां गुरुवार को गोलियों की गूंज और पत्थरों की बौछार होती रही. पंच पहाड़ियों के बीच घिरी राजगीर हमेशा शांत रही है.
पहली बार राजगीर अशांत और हिंसक रूप में दिखा, जिसकी लोगों को कभी उम्मीद नहीं थी. देशी-विदेशी पर्यटक राजगीर की सुंदर आवोहवा और शांत वातावरण के कारण ही खींचे चले आते हैं, लेकिन राजगीर में प्रदर्शन देख पर्यटक भी खौफजदा हो गये. राजगीर की सड़कों पर जहां-तहां आग की लपटें, क्षतिग्रस्त वाहनें और सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिस लोगों में दहशत पैदा कर दिया.
राजगीर में इतना विवाद मात्र मलमास मेले में थिएटर और सर्कस के नहीं लगने के जिला प्रशासन के फैसले को लेकर हुआ. मलमास मेले में थिएटर लगाने की अनुमति नहीं देने से उत्पन्न विवाद को सर्कस की जगह बदलने के प्रशासन के फैसले से लोग नाराज हो गये. प्रशासन को भी उम्मीद नहीं थी कि इस निर्णय पर स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया इतनी विस्फोटक होगी.
खासकर सर्कस की जगह बदलने के निर्णय पर प्रशासन के रुख पर लोगों में काफी नाराजगी व आक्रोश पनपने लगा. इसका दुष्परिणाम गुरुवार को राजगीर की सड़कों पर आंदोलन के रूप में देखने को मिला.
माहौल खराब होने से मायूसी : स्थानीय लोगों का कहना था कि जब उच्च न्यायालय द्वारा विवादित स्थल पर सर्कस लगाने या पूर्व की तरह उपयोग करने की अनुमति दे दी गयी थी, तो ऐसे में सर्कस का स्थान बदलने का निर्णय लिया जाना तथा उसे तूल देने को उचित नहीं ठहराया जा सकता.
मलमास मेले में वर्षो पूर्व से उक्त स्थल पर यहां तक कि न्यायालय में मामला विचाराधीन रहने के बाद भी सर्कस लगाया जाता रहा. ऐसे में इस मुद्दे को तूल देने को सही नहीं ठहराया जा सकता. राजगीर में मलमास मेले का लुत्फ उठाने वालों में बड़ी संख्या में दूसरे धर्म के लोग भी शामिल रहते हैं. उन्हें भी मेले में इस तरह के अनावश्यक विवाद के कारण माहौल खराब होने से मायूसी हुई है.
12 लोग गिरफ्तार : हुड़दंग करने के आरोप में पुलिस द्वारा 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है. प्राथमिकी में आरोपित बनाने के लिए उपद्रवियों को चिह्न्ति करने में पुलिस जुट गयी है.
1.13 करोड़ रुपये में हुई मलमास मेले की बंदोबस्ती
राजगीर (नालंदा) : राजगीर के प्रसिद्ध मलमास मेले की गुरुवार को बंदोबस्ती हो गयी. नगर पंचायत द्वारा स्थानीय अनुमंडल कार्यालय में गुरुवार को मेले की बंदोबस्ती की स्थिति पूर्व निर्धारित थी. इसमें उपेंद्र कुमार विभूति, अशोक राय एवं डॉ अनिल के नाम से एक करोड़ 13 लाख में मेले की बंदोबस्ती कर दी गयी. इसके पूर्व आशीष कुमार एक करोड़ 12 लाख की बंदोबस्ती के लिए आवेदन दिया था.
राजगीर की सड़कों पर दिखा कफ्यरू का नजारा
आक्रोशित आंदोलनकारियों पर नियंत्रण के लिए भारी संख्या में पहुंची सशस्त्र पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई के बाद राजगीर की सड़कों पर कफ्यरू का नजारा दिखा. चप्पे-चप्पे पर पुलिस की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रण में रही. प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस द्वारा उन पर लाठियां भी चटकायी गयीं.
इसी बीच आनेवाले निदोष लोग भी पिट गये. इसके पूर्व आंदोलनकारियों के प्रदर्शन के कारण राजगीर आनेवाले सभी मार्गो पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गयीं. सड़कों पर अगलगी व तोड़-फोड़ से पूरा राजगीर अशांत हो गया. दो पुलिस वाहन भी जला दिये गये. सड़क व रेल मार्ग करीब छह घंटे तक पूरी तरह जाम रहा.
इस दौरान आम यात्राियों के साथ पर्यटकों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. राजगीर में देर शाम तक सभी तरह की दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहे. घटना के बाद डीएम व एसपी भी स्थिति को काबू में रखने का प्रयास किया तथा उपद्रवियों शांत कराने में सफल रहे. फिर न कहीं परेशानी हो जाये, इस कारण काफी देर तक अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement