मझौलिया इलाके में किराये के मकान में रहकर चला रहा था शराब का सिंडिकेट फोटो:: दीपक 10 संवाददाता, मुजफ्फरपुर लग्जरी कार से नेपाल के वेलकम वाइन शॉप से शराब की खेप लाकर शहर में सप्लाई करने वाले एक बड़े नेटवर्क को पकड़ा गया है. उत्पाद विभाग की टीम ने शुक्रवार की सुबह मुजफ्फरपुर- सीतामढ़ी फोरलेन पर रामपुर हरि थाना क्षेत्र के पितौझिया में यह कार्रवाई की है. दरभंगा व पश्चिम बंगाल नंबर की दो लग्जरी कार में लोड 30 कार्टन विदेशी शराब व 10 कार्टन बियर के साथ चार धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान सदर थाना क्षेत्र के पकड़ इस्माइल के श्यामनाथ कुमार, पकड़ी गांव के विवेक पाठक, डुमरी गांव के उज्जवल कुमार और कुढ़नी थाना क्षेत्र के सकरी के अमन कुमार के रूप में किया गया है. गिरफ्तार चारों धंधेबाज, शराब और दोनों कार को जब्त करके छाता चौक स्थित उत्पाद थाने लाया गया है. चारों धंधेबाज से पूछताछ की जा रही है. मामले में देर शाम तक प्राथमिकी की कवायद जारी थी. उत्पाद इंस्पेक्टर शिवेंद्र कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पिछले कई दिनों से शहर से एक कार शाम में रोजाना नेपाल जाती है. वहां वेलकम वाइन शॉप नामक दुकान से शराब की खरीदारी कर कार में लोड करके मुजफ्फरपुर लाते हैं, यहां से शहर के अलग- अलग हिस्से में सप्लाई की जा रही है. सूचना के आलोक में शराब धंधेबाज के मोबाइल का टावर लोकेशन लिया जा रहा था. तो नेपाल में मिल रहा था. सूचना के आलोक में शुक्रवार की सुबह उत्पाद विभाग की टीम ने रामपुर हरि थाना क्षेत्र के पितौझिया में फोरलेन पर छापेमारी कर दोनों लग्जरी कार को पकड़ा गया. कार के डिक्की व काले रंग की बैग में शराब छिपाकर रखी गयी थी. पकड़ाने के बाद चारों शराब धंधेबाज खुद को बताने लगे बैंक कर्मी उत्पाद विभाग की टीम ने जब कार सवार चारों शराब धंधेबाज को दबोचा तो खुद को बैंक कर्मी बताने लगे. उत्पाद के अधिकारियों को चकमा देने के लिए जनकपुर से घूम कर घर लौटने की बात कह रहे थे. चारों धंधेबाज चश्मा लगाए, जींस टीशर्ट पहने हुए अच्छे दिख रहे थे. लेकिन, उनके कार की तलाशी लेते ही चोरों का झूठ पकड़ा गया. फिर, टीम ने उसको दबोच लिया. दोपहर में लेता था शराब का ऑर्डर, अगली सुबह करता था सप्लाई उत्पाद इंस्पेक्टर शिवेंद्र कुमार का कहना है कि अमन कुमार इस सिंडिकेट का मुख्य कारोबारी है. उसका सकरी सरैया इलाके में होटल भी है. वह शहर के मझौलिया में किराये के कमरे में रहकर शराब का नेटवर्क चलाता था. वह दोपहर में घूम- घूम कर शराब का ऑर्डर लेता था. फिर, अपने दोस्तों को लेकर शाम में नेपाल निकल जाता था. अगली सुबह शराब की खेप लेकर लौटता था और ऑर्डर के पते पर सप्लाई करता था. चेकपोस्ट पर नहीं पकड़ी गयी कार, उठ रहे कई सवाल नेपाल बॉर्डर पार करते ही आधा दर्जन चेक पोस्ट पार करके कार सीतामढ़ी फोरलेन पर आती रही होगी. इसके बाद रून्नीसैदपुर और बेदौल चेक पोस्ट पर भी पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम चेकिंग कर रही है. लोकसभा चुनाव को लेकर जगह- जगह चेकिंग होने के बावजूद शराब की खेप आसानी से ले आने पर पुलिस की चेकिंग पर कई सवाल उठ रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है