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परिवार नियोजन में मुजफ्फरपुर की महिलाएं तीसरे स्थान पर, पुरुष अब भी पीछे

Muzaffarpur's women rank third in family planning

परिवार नियोजन में मुजफ्फरपुर की महिलाएं तीसरे स्थान पर, पुरुष अब भी पीछे कुमार दीपू, मुजफ्फरपुर परिवार नियोजन को लेकर मुजफ्फरपुर जिले की महिलाओं ने सूबे में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. राज्य में तीसरे स्थान पर रहते हुए, जिले की 70% महिलाओं ने परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों को अपनाया है, जो जागरूकता और स्वास्थ्य के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है. वहीं, पुरुषों की भागीदारी नगण्य बनी हुई है, जो चिंता का विषय है. महिलाओं का बढ़ता रुझान परिवार नियोजन के मामले में मुजफ्फरपुर ने अरवल (83%) और खगड़िया (72%) के बाद तीसरा स्थान हासिल किया है. यह आंकड़ा बताता है कि जिले की महिलाएं अब छोटे परिवार के महत्व को समझ रही हैं. आंकड़ों के अनुसार, 55.7% महिलाओं ने कॉपर-टी और अंतरा जैसे अस्थायी तरीकों को अपनाया है, जबकि 45% महिलाओं ने स्थायी बंध्याकरण का विकल्प चुना. कुल मिलाकर, 66.1% महिलाओं ने स्थायी और अस्थायी दोनों तरह के साधनों का उपयोग किया है. इसके विपरीत, गोपालगंज (23%), सीवान (24%) और रोहतास (29%) जैसे जिलों में परिवार नियोजन की दर काफी कम है. पुरुषों की उदासीनता बनी चुनौती स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े पुरुषों की निष्क्रियता को उजागर करते हैं. बीते पखवाड़े के दौरान एक भी पुरुष ने नसबंदी नहीं कराई है. सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, महिलाएं अब ”हम दो हमारे दो” के नारे को अपना रही हैं, लेकिन पुरुष नसबंदी कराने में आज भी झिझक रहे हैं. ” उन्होंने बताया कि पुरुषों के लिए प्रोत्साहन राशि (₹3,000) महिलाओं (₹2,000) से अधिक होने के बावजूद, स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है. डॉ. कुमार ने पुरुषों को जागरूक करने के लिए और अभियान चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया. प्रोत्साहन और लक्ष्य सरकार परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करती है: महिला बंध्याकरण: ₹2,000 (आशा कार्यकर्ता को ₹200) पुरुष नसबंदी: ₹3,000 स्वास्थ्य विभाग ने अप्रैल 2024-25 के लिए विभिन्न केंद्रों को परिवार नियोजन के लक्ष्य निर्धारित किए थे, जिसमें पुरुष नसबंदी, महिला बंध्याकरण, कॉपर-टी और अंतरा जैसे साधनों को शामिल किया गया था. हालांकि, पुरुषों की भागीदारी कम होने से इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में चुनौती आ रही है. बिहार के जिलों में परिवार नियोजन की स्थिति (प्रतिशत में) रैंकिंगजिलाप्रतिशत 01अररिया83 02 खगड़िया 72 03मुजफ्फरपुर70 04 सहरसा 67 05पूर्णिया66 06सुपौल66 07मधेपुरा55 08वैशाली54 09बांका54 10भागलपुर53 11समस्तीपुर53 12दरभंगा52 13औरंगाबाद50 14पूर्वी चंपारण48 15पटना47 16कटिहार46 17सीतामढ़ी43 18बेगूसराय44 19गया42 20पश्चिमी चंपारण41 21कैमूर41 22नवादा39 23मुंगेर33 24मधुबनी36 25भोजपुर35 26किशनगंज35 27नालंदा35 28 शेखपुरा 33 29जहानाबाद32 30जमुई31 31अरवल31 32 शिवहर 31 33सारण31 34बक्सर30 35लखीसराय29 36रोहतास29 37सिवान24 38गोपालगंज23

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Kumar Dipu
Kumar Dipu
I am working as a senior reporter at Prabhat Khabar muzaffarpur. My writing focuses on health, political, social, and current topics.

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