– प्रेमी युगल को भी पुलिस ने नरसंडा स्थित एक झोपड़ीनुमा घर से किया बरामद, दो अपराधी भी पकड़े गये- इसमें शामिल चार-पांच अन्य बदमाशों की तलाश के लिए की जा रही छापेमारी मुजफ्फरपुर. सीतामढ़ी से लुधियाना के लिए निकले प्रेमी युगल को नरसंडा में बंधक बनाये जाने के बाद पुलिस ने उन्हें मुक्त कराया है. वहीं इस प्रकरण में शामिल दो बदमाशों की गिरफ्तारी भी की गयी है. मामले को लेकर शुक्रवार को डीसपी पश्चिम अभिषेक आनंद ने प्रेस वार्ता कर घटना की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सीतामढ़ी के रहने वाले एक प्रेमी युगल ने घर से भागकर शादी कर ली. दाेनों की आयु कम थी. लड़का के परिजन लुधियाना में रहते हैं और वे इस शादी के लिए सहमत थे. ऐसे में लड़का शादी के बाद लड़की को लेकर लुधियाना के लिए निकला. सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर पहुंचने के बाद कांटी थाना क्षेत्र के दरभंगा मोड़ के पास उन्होंने लुधियाना जाने वाली बस का टिकट लिया. रात में बस यहां पहुंची. इसपर दोनों सवार हुए. बस में स्टाफ समेत चार-पांच लोग पहले से सवार थे. स्टाफ व उन लोगों ने प्रेमी युगल को धमकाना शुरू किया. चकिया में दोनों को सुनसान जगह पर उतार लिया गया. यहां एक उजले रंग की गाड़ी में बिठाकर दोनों को कांटी थाना क्षेत्र के नरसंडा में एक झोनड़ीनुमा घर में रखा गया. यहां लड़का पर दबाव बनाकर उन लोगों ने परिजन को फोन करवाया. साथ ही पांच हजार रुपये यूपीआइ के माध्यम से भेजने को कहा. घबराकर लड़का के परिजनों ने दिए गए यूपीआइ आइडी पर पैसा भेजने का प्रयास किया, लेकिन वह तकनीकी गड़बड़ी के कारण फेल हो गया. इसके बाद बदमाशों ने 50 हजार रुपये की मांग की. इससे घबराए परिजनों ने मुजफ्फरपुर में रहने वाले एक रिश्तेदार को फोन कर घटना की जानकारी दी. रिश्तेदार ने पुलिस के हेल्पलाइन पर फोन किया. यह फोन अहियापुर थाने के इआरबी थ्री गाड़ी पर गयी. इसके पदाधिकारी ने मामले में संज्ञान लिया और उन्होंने अपराधी के नंबर पर फोन कर बताया कि वे लड़का के परिजन हैं. पैसा लेकर आ रहे हैं. उन्होंने बदमाशों से उनका लोकेशन मांगा और कांटी थाने को इसकी सूचना दी. वरीय पदाधिकारियों के आदेश पर त्वरित एक टीम बनी. टीम ने जब बताए लोकेशन पर छापा मारा तो वहां से प्रेमी युगल और उन्हें बंधक बनाकर रखने वाला एक बदमाश पकड़ा गया. उसकी पहचान रणजीत कुमार के रूप में की गयी. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने एक और बदमाश साजन कुमार को पकड़ा. दोनों कांटी थाना क्षेत्र के कोठिया के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने में चार-पांच और लोग शामिल थे. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उन्होंने स्वीकार किया कि प्रेमी युगल को देखकर लगा कि इन्हें धमकाकर कुछ पैसे ऐंठना चाहते थे. इसको लेकर इन्हें बस से उतारा था. पुलिस टीम में कांटी थानाध्यक्ष सुधाकर पांडेय, ललन कुमार सिंह, रजनीकांत, रामू रविदास, पूजा कुमारी समेत अन्य जवान शामिल थे. —————- फेल हुए ट्रांजेक्शन से हुआ सत्यापन : पुलिस ने जब बदमाशों को पकड़ा तो उनके नाम और ट्रांजेक्शन के लिए दी गयी आइडी की जांच की. इस दौरान पाया गया कि रणजीत कुमार ने ही अपनी यूपीआइ आइडी पैसा मंगवाने के लिए दी थी. ट्रांजेक्शन फेल होने के बाद उसका नाम स्क्रीन पर दिख रहा था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है