डॉ सतीश कुमार साथी की पुस्तक टेंगरारी वाले कलाम का हुआ लोकार्पण
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मिठनपुरा स्थित द पार्क में रविवार को पांचवां डॉ राज नारायण राय स्मृति साहित्य सेवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. उद्घाटन भाषण में बिहार विश्वविद्यालय के हिंदी के प्राध्यापक प्रो सतीश कुमार राय ने कहा कि आज के समय में अपने गुरु के प्रति एक शिष्य का यह समर्पण समाज के लिए नयी सीख है. अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार डॉ रवींद्र उपाध्याय ने कहा कि आज अनुशासन के लिए शिक्षकों को पूरा सम्मान और अधिकार देना होगा. विधान पार्षद बंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि गुरु की डांट भविष्य के निर्माण का बहुत बड़ी सबक है. इसके अलावे डॉ पुष्पा गुप्ता, मोतिहारी से आए डॉ विनय कुमार, समाजसेवी डॉ विजयेश, रंजन कुमार, डॉ ब्रजभूषण मिश्र, लॉ कॉलेज के प्राध्यापक ब्रजमोहन आजाद, शिक्षक अब्दुल कलाम ने विचार रखें. सविता राज ने कविता में प्रस्तुति देकर अतिथियों का स्वागत किया. विचार सत्र के बाद डॉ सतीश कुमार साथी की पुस्तक टेंगरारी वाले कलाम का लोकार्पण किया गया, जो शिक्षक अब्दुल कलाम की जीवनी है. इसके बाद डॉ सतीश कुमार साथी व गुड़िया कुमारी ने डॉ राजनारायण राय स्मृति साहित्य सेवा सम्मान से डॉ ब्रजभूषण मिश्र को सम्मानित किया. सम्मान स्वरूप मां सरस्वती की प्रतिमा, शॉल, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न भेंट किये गये. साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले 11 लोगों को भी विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया. सम्मान पाने वालों में मीनाक्षी चौधरी, विनय कुमार, महेश कुमार, अमर कुमार, उमेश कुमार, अभिषेक पाठक, उज्ज्वल सहनी, युवराज चौहान, अंकित कुमार, प्रिया कुमारी व प्रमोद नारायण मिश्र प्रमुख थे. प्रतिभा सम्मान के अंतर्गत बच्चों द्वारा जमा किए गए रील में फंसा जीवन असाइनमेंट पर चार बच्चों को नगद प्रोत्साहन राशि दी गयी, जबकि 14 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र, मेडल और पुस्तकें भेंट की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

