Bihar Crime: मुजफ्फरपुर शहर की चर्चित अपहृत एमबीए छात्रा यशी सिंह का सुराग लगाने के लिए CBI ने पड़ोसी राज्यों झारखंड, पश्चिम बंगाल और यूपी के डीजीपी को पत्र लिखा है. इसके माध्यम से सीबीआई ने तीनों राज्यों में 12 दिसंबर 2022 से 31 मार्च 2023 के बीच यशी सिंह की हुलिया से मिलता जुलता कोई ह्यूमन ट्रैफिकिंग, यूडी केस व मिसिंग रिपोर्ट तो दर्ज नहीं की गयी है. इस संबंध में जानकारी मांगी है. हालांकि, तीनों राज्यों से अभी तक रिपोर्ट सीबीआई को नहीं मिल पायी है. सीबीआई ने बीते शनिवार को हाइकोर्ट में केस की सुनवाई के दौरान यशी सिंह अपहरण कांड में अब तक के अनुसंधान के बारे में जानकारी दी है.
सीबीआई ने तीनों राज्यों के डीजीपी को लिखा पत्र
हाइकोर्ट में वादी पक्ष के अधिवक्ता अरविंद कुमार ने बताया सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि तीनों राज्यों के डीजीपी को पत्र लिखा गया है. रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है. सीबीआई ने अनुसंधान को लेकर कई बिंदुओं पर हाइकोर्ट को जानकारी दी थी. इसमें प्रमुख रूप से बताया है कि यशी सिंह इंडिया से बाहर नहीं गयी थी. यशी के मोबाइल का डिजिटल डाटा एनालाइसिस किया गया. उसमें कुछ भी सुराग हासिल नहीं हुआ. सीबीआई ने यशी सिंह के फेसबुक व मैसेंजर की चैटिंग को रिकवर करने के लिए एमएलएटी के क्रिमिनल डिवीजन यूएस प्वाइंट को भी मेल किया है. लेकिन रिपोर्ट नहीं मिली है. सभी रिपोर्ट मिलने के बाद सीबीआई का अनुसंधान में तेजी आगे बढ़ेगा.
ब 27 जून को केस की अगली सुनवाई होगी
कोर्ट में सीबीआई की प्रोग्रेस रिपोर्ट सौंपने के बाद अब 27 जून को केस की अगली सुनवाई होगी. जानकारी हो कि सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर चौक से 12 दिसंबर 2022 को एमबीए की छात्रा यशी सिंह गायब हो गयी थी. उसके नाना राम प्रसाद राय के बयान पर अपहरण की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी दर्ज होने के एक साल बाद भी पुलिस यशी सिंह को नहीं खोज पायी. यशी सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट एक्टिव कर हैंडल करने के मामले में पुलिस दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजी थी. इसके अलावा एक संदिग्ध को थाने पर लाकर पूछताछ की थी. इसके बाद भी यशी का कुछ सुराग नहीं मिला, तो उसके परिजनों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
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