मुजफ्फरपुर : पटना मद्य निषेध की टीम मुजफ्फरपुर के पांच व हरियाणा के दो शराब तस्करों की तलाश कर रही है. स्टेशन रोड स्थित एक होटल से गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के तीनों शराब तस्करों के पास से बरामद डायरी से इन नामों का खुलासा हुआ है. 50 घंटों की लंबी पूछताछ के बाद सोमवार को तीनों शराब तस्कर मो. उमर फारुख, मो. हसन और मो. कलीम को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. अहियापुर थाने के दारोगा बानेश्वर किस्कू सोमवार की दोपहर करीब दो बजे उन्हें लेकर कोर्ट पहुंचे थे.
उन्होंने कोर्ट में 20 पन्ने का केस डायरी सौंपी है. इसमें शराब तस्करी से जुड़े मामलों का जिक्र किया है. इधर, तीनों तस्करों के जेल भेजे जाने तक मद्य निषेध टीम के अधिकारी नगर थाने पर जमे रहे.
जेल भेजे जाने से पूर्व पुलिस को दिये अपने स्वीकृति बयान में उमर फारुख ने बताया है कि वे हरियाणा व बंगाल से कच्चा स्पिरिट व रैपर लाकर नकली शराब बनाते हैं. स्थानीय तस्करों की डिमांड पर वे कच्चा स्पिरिट भी पहुंचते हैं. उनके सिंडिकेट से मुजफ्फरपुर व वैशाली के शराब तस्कर जुड़े हैं. जिनको वे समय-समय पर शराब की खेप व कच्चा स्पिरिट पहुंचाते थे. 12 दिसंबर को भी उन्होंने ही बंगाल नंबर की ट्रक पर 39 ड्राम स्पिरिट (सात हजार 800 लीटर) मंगवाया था.
दारोगा बानेश्वर किस्कू ने बताया कि तस्करों के पास से छह मोबाइल, 27 हजार 8 सौ 45 नकदी, एक डायरी जिसके 20 पन्नों पर शराब कारोबार से जुड़े तस्करों के नाम व पैसे का लेन- देन के बारे में लिखा हुआ है. इसमें मुजफ्फरपुर के पांच व वैशाली के दो तस्करों का नाम लिखा हुआ है. एक बार में सात से दस लाख का कच्चा स्पिरिट वे मंगवाते थे. वहीं, 10-15 लाख रुपये का तैयार शराब की लाते थे.