मुजफ्फरपुर/कांटी : कांटी थाना के टरमा सरमस्तपुर गांव के पास एनएच-28 पर सोमवार सुबह ट्रक की ठोकर से मिस्त्री क्रीमचंद्र (25) की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ. गुस्साये लोगों ने मुआवजे के लिए शव को एनएच पर रख जाम कर दिया. इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस पर हमला बोल दिया.
जाम में फंसे लोगों ने भी उपद्रवियों का साथ दिया. लाठी-डंडे से लैस सौ से अधिक लोगों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पुलिस पर रोड़ेबाजी की. इसमें थानेदार कुंदन कुमार, दारोगा मनोरंजन कुमार, हरिवल्लभ कुमार व सिपाही अमर कुमार सहित सात जख्मी हो गये.
पुलिसकर्मियों ने जान बचाने के लिए पांच राउंड फायरिंग की. इसके बाद भगदड़ मच गयी. टरमा गांव के कुछ लोगों ने बीच बचाव कर पुलिसकर्मियों की जान बचायी. महिलाओं ने उन्हें अपने घरों में छिपा दिया. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदातपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. सूचना मिलने पर डीएसपी पश्चिमी कृष्ण मुरारी प्रसाद व एसडीओ पश्चिमी अनिल कुमार दास ने मौके पर पहुंच कर छह घंटे से लगे जाम को हटवाया.
बताया जाता है कि मीनापुर प्रखंड के बड़ा भारती गांव निवासी क्रीमचंद यादव बाइक से शहर से गांव लौट रहे थे. इसी दौरान करीब पौने दस बजे मुजफ्फरपुर की ओर से आ रहे ट्रक ने बाइक में ठोक मार दी, जिससे क्रीमचंद की मौके पर मौत हो गयी. सूचना पर मृतक के परिजन व ग्रामीण पहुंचे व एनएच को जाम कर दिया.
चार लाख की मांग पर अड़े थे लोग
घटना की सूचना पर कांटी थानेदार इंस्पेक्टर कुंदन कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गये. उन्होंने गुस्साये लोगों को सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा देने का आश्वासन दिया. लेकिन, लोग चार लाख रुपये देने की मांग पर अड़े थे. थानेदार ने एक व्यक्ति की मौत में चार लाख का मुआवजा नहीं दिये जाने की बात कही. इसके बाद लोग भड़क गये. इधर, जानकारी मिलने पर मीनापुर सीओ भी मौके पर पहुंच गये. थानेदार व सीओ ने मिलकर समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने.