मुजफ्फरपुर : अपराधियों ने फुल प्रूफ प्लानिंग के साथ पूर्व मेयर समीप कुमार की हत्या की. स्थानीय लोगों की माने तो अपराधियों ने गोलीबारी करने से पहले कार को पीछे से ठोकर मार दिया. इसके बाद ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी. कार रूकते ही अपराधियों ने उसे सामने से घेरकर फायरिंग शुरू कर दी. करीब तीन से पांच मिनट तक गोलीबारी करते रहे.
इसके बाद मौके से सभी फरार हो गये . हालांकि, अपराधी किस रास्ते से फरार हुए. उसके बारे में न तो स्थानीय लोग कुछ बता पा रहे हैं, न ही पुलिस कुछ बोल पा रही है. घटना की सूचना मिलने के 20 मिनट के अंदर नगर थानेदार मो. सुजाउद्दीन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये. कार से शव उतारे जाने तक वह स्टार्ट ही था.
कार के शीशे पर लगे गोलियों के निशान से पुलिसकर्मियों में चर्चा थी कि गोलीबारी करनेवाले सभी अपराधी शार्प शूटर रहे होंगे. अपराधियों ने पहले चालक को निशाना बनाया उसके बाद पूर्व मेयर की हत्या की. जिसने भी हत्या की है वह पूरी तैयारी के साथ आये थे.
स्थानीय लोगों में यह भी चर्चा है कि अपराधियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले एंजल वैली स्कूल के बार लगे सोलर लाइट को बंद कर दिया था. वारदात को अंजाम देने के बाद जब अपराधी भाग निकले तब मौके पर जुटी भीड़ ने लाइट ऑन किया.
चंदवारा नवाब रोड से निकलने के चार रास्ते हैं. घटनास्थल से 300 मीटर की दूरी पर लकड़ीढ़ाही बांध है. वहां से एक रास्ता आखाराघाट रोड की तरफ चली आती है. दूसरा रास्ता लकड़ीढ़ाही होते हुए शहर से बाहर को जाती है. इसके साथ ही एक मारवाड़ी हाईस्कूल के पास से निकलती है.
दूसरा गली होते हुए पक्की सराय चौक को जाती है. पुलिस अपराधियों का सुराग जुटाने के लिए चारों रास्ते पर नजर रखे हुए थे.
शाम ढलते ही गरजा एके- 47, दहशत से घर में दुबके लोग : शाम ढलते ही चंदवारा नवाब रोड में एके- 47 की गरजने से मौके पर अफरा- तफरी मच गयी. मुहल्ले के सभी लोग भय के साये में अपने- अपने घरों में छुप गये.
चंदवारा नवाब रोड से लेकर बनारस बैंक चौक तक सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकान का शटर गिरा दिया. अपराधियों के भागने के बाद जब घटनास्थल पर पुलिस पहुंची तो लोग अपने- अपने घर से निकले. कुछ ही देर में वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गयी. पुलिस किसी तरह कार से दोनों शव को निकाल कर अपनी गाड़ी में रख पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
शव की पहचान होते ही पुलिस की बढ़ी बेचैनी : घटना के बाद स्थानीय लोग व पुलिस शव को अज्ञात मानकर छानबीन कर रही थी. कार के नंबर से जब पता चला कि यह वर्षा रानी के नाम पर है. तब लोगों का
शंका जाहिर हो गया कि कहीं यह पूर्व मेयर समीर कुमार को तो नहीं है. मौके पर मौजूद लोगों ने
अपने-अपने परिचितों से उनके बारे में पता किया तब शव की पहचान पूर्व मेयर के रूप में हुआ. इसके बाद पुलिस की बेचैनी बढ़ गयी.
भारत- पाकिस्तान मैच को लेकर पटाखे छूटने की बात कह रहे थे लोग : घटना के बारे में जब स्थानीय लोगों से पुलिस ने पूछताछ की तो सभी साफ- साफ घटना के बारे मेंकुछ भी जानकारी होने से इनकार कर रहे थे.
उनका कहना था कि भारत पाकिस्तान का मैच चल रहा था. जब गोली चली तो उन्हें लगा कि पाकिस्तान के लगातार विकेट पर सब पटाखे जला रहे हैं. लेकिन जब लोगों का शोर शुरू हुआ तो घर से बाहर निकला. देखा तो कार में दो लोग खून से लथपथ पड़े थे.