कहा-मुजफ्फरपुर नगर निगम में नहीं कर सकता काम
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मुजफ्फरपुर के नगर आयुक्त पर पार्षदों का हमला, प्राथमिकी दर्ज
कहा-मुजफ्फरपुर नगर निगम में नहीं कर सकता काम मुजफ्फरपुर : मिठनपुरा के आम्रपाली ऑडिटोरियम में मंगलवार को आयोजित मुजफ्फरपुर नगर निगम की बैठक में न केवल जमकर हंगामा हुआ, बल्कि नगर आयुक्त संजय दुबे को निशाना बनाते हुए माइक और पानी की बोतल फेंकी गयी. संयोग था कि माइक टेबल पर गिरा. पानी के छींटे […]
मुजफ्फरपुर : मिठनपुरा के आम्रपाली ऑडिटोरियम में मंगलवार को आयोजित मुजफ्फरपुर नगर निगम की बैठक में न केवल जमकर हंगामा हुआ, बल्कि नगर आयुक्त संजय दुबे को निशाना बनाते हुए माइक और पानी की बोतल फेंकी गयी. संयोग था कि माइक टेबल पर गिरा. पानी के छींटे उनके कपड़े पर गिरे. हंगामे के बीच नगर आयुक्त फाइल समेट कर बैठक से उठ कर चले गये, जबकि एकजुट सभी वार्ड पार्षद मिठनंपुरा थाना पहुंचे.
इस मामले में नगर आयुक्त ने डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ला के खिलाफ हमला और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. उधर, वार्ड नंबर 45 के पार्षद शिवशंकर महतो और वार्ड नंबर 32 की महिला पार्षद गीता देवी ने नगर आयुक्त पर मीटिंग के दौरान जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने व देख लेने की धमकी देने से संबंधित आवेदन थाने में दिया है. बैठक में शहर के विकास से जुड़े कई प्रस्तावों पर विचार होना था. शुरुआत में ही पार्षदों ने यह आरोप लगाते हुए हंगामा करना
मुजफ्फरपुर नगर आयुक्त…
शुरू कर दिया कि नगर आयुक्त मेयर और डिप्टी मेयर को नजरअंदाज कर काम करते हैं. स्थिति तब बिगड़ गयी, जब पार्षदों की पंक्ति में बैठे डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ला ने शहर की जर्जर सड़क व नाले का मुद्दा उठाया. नगर आयुक्त संजय दुबे ने उन्हें यह कहते हुए टोका कि आपको सिर्फ अपने वार्ड (26) की समस्या उठाने का अधिकार है. पूरे शहर की समस्या को आप नहीं उठा सकते हैं. नगर आयुक्त के मुताबिक, आक्रोशित डिप्टी मेयर ने उन्हें निशाना बनाते हुए माइक फेंका. हालांकि माइक टेबल पर गिरा और नगर आयुक्त बच गये.
नगर आयुक्त को निशाना बनाते हुए एक-दो और पार्षदों ने भी पानी की बोतलें फेंकना शुरू कर दिया. देखते-देखते स्थिति बिगड़ गयी. पार्षद ‘नगर आयुक्त वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे. नगर आयुक्त व पार्षदों के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं भी हुई. इसके बाद मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने नगर आयुक्त को सुरक्षा घेरे में ले लिया. माहौल को भांपते हुए सुरक्षा कर्मियों से घिरे नगर आयुक्त वहां से चले गये. पीछे से कुछ पार्षदों ने उनका पीछा किया और उनकी गाड़ी तक पहुंचे.
हालांकि, कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिसकर्मियों ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाया और आम्रपाली ऑडिटोरियम से लेकर निकल गये. नगर आयुक्त ने नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा और विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद को पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया है. सूत्रों के मुताबिक, दुबे ने विभाग से कहा है कि वर्तमान माहौल में मुजफ्फरपुर नगर निगम में वे काम नहीं कर सकते हैं.
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