परीक्षा फॉर्म भरवाने के बाद ही जारी हो सकेगा परीक्षा कार्यक्रम
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि की स्नातक पार्ट वन की परीक्षा पर अभी असमंजस बरकरार है. परीक्षा में हाईकोर्ट के आदेश पर नये प्रस्तावित कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को भी शामिल करना है, लेकिन एक हफ्ते बाद भी परीक्षा फॉर्म नहीं भरा जा सका है. अभी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. इसके बाद ही परीक्षा फॉर्म भरा जायेगा. विवि के अधिकारी भी परीक्षा को लेकर कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है, जिससे छात्रों की परेशानी बढ़ती जा रही है.
स्नातक सत्र 2016-19 के पार्ट वन की परीक्षा पिछले साल जुलाई में होनी थी, जबकि साल भर बाद भी संकट बना हुआ है. पहले कंप्यूटराइजेशन के इंतजार में विलंब हुआ. इसके बाद पेपर उपलब्ध नहीं होने के कारण डेट आगे बढ़ाना पड़ा. काफी प्रयास के बाद विवि ने 17 जुलाई से परीक्षा का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया. इसकी तैयारी भी लगभग पूरी हो चुकी थी. इसी बीच नये प्रस्तावित कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को परीक्षा में शामिल करने को लेकर हाईकोर्ट का आदेश हुआ, तो विवि ने एक सप्ताह के लिये परीक्षा टाल दी. 24 जुलाई से परीक्षा शुरू कराने का दावा किया गया, लेकिन अभी तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो सकी है.
16 कॉलेज गये कोर्ट, 12 का आया आदेश : सरकार से मान्यता नहीं होने के कारण विवि ने 21 नये प्रस्तावित कॉलेजों के छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन रोक दिया था. कॉलेज प्रबंधन ने हाईकोर्ट के डबल बेंच में याचिका दाखिल की. 16 कॉलेज कोर्ट गये, इसमें पहले आठ कॉलेजों के लिए आदेश आया. उनका रजिस्ट्रेशन हो रहा था, तबतक तीन और कॉलेजों के पक्ष में कोर्ट ने आदेश दिया. 11 कॉलेजों का रजिस्ट्रेशन पूरा हो चुका है. इस बीच इसी हफ्ते एक और कॉलेज ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन दिया है. हालांकि, अभी भी चार कॉलेजों का फैसला आना बाकी है, जिस पर सबकी नजर टिकी हुई है. परीक्षा नियंत्रक डॉ ओपी रमण ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के बाद परीक्षा फॉर्म भरवाने के साथ ही परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया जायेगा. इसमें कितना समय लगेगा, अभी यह कहना मुश्किल है.
कॉलेज और विवि का चक्कर लगा रहे छात्र : स्नातक पार्ट वन की 2017 की परीक्षा कब शुरू होगी, यह जानने के लिए अब छात्र कॉलेज से विवि तक का चक्कर लगाने लगे हैं. रोजाना दर्जनों छात्र विवि के अधिकारियों से मिलने आ रहे हैं. हालांकि उन्हें कुछ भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है. अधिकारी हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर कुछ दिन इंतजार की बात कह रहे हैं. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जब तक सभी कॉलेजों के बारे में कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, परीक्षा का कार्यक्रम जारी नहीं होगा. अभी तक 12 कॉलेजों का आदेश आया है, जबकि चार कॉलेजों के बारे में आदेश का इंतजार है.