मुंगेर. जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि जेल में बंदियों को रोजगार परक प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि आप जेल से छूटने के बाद अपराध की दुनिया को छोड़ कर स्वयं का रोजगार कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकें. डीएम शुक्रवार को मंडल कारा में बंदियों के बीच प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने मंडल कारा में नवनिर्मित कारा सैलून का भी उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि यूको आरसेटी के माध्यम से जेल में बंद 26 बंदियों को 10 दिनों का मोमबत्ती प्रशिक्षण दिया गया. समय-समय पर जेल प्रशासन की ओर से इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, ताकि बंदियों को स्वावलंबी बनाया जा सके. डीएम ने महात्मा गांधी की पंक्तियों का स्मरण कराते हुए कहा कि अपराध से घृणा करो, अपराधियों से नहीं. उन्होंने कहा कि अपराध की दुनिया एक दलदल की तरह होती है. उसमें जाने से बचें और सामाजिक स्तर पर कार्य करें. आप सभी अब अपराध की राह छोड़ कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ें और अपना तथा अपने परिवार को नयी पहचान दें. उन्होंने बंदियों को सरकार द्वारा चलाये जा रहे मुख्यमंत्री उद्यमी योजना सहित अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी और जेल से छूटने पर इस योजना का लाभ लेकर स्वरोजगार से जुड़ने की अपील की. मौके पर जेल अधीक्षक किरण निधि, प्रभारी उपाधीक्षक संजय कुमार, सहायक अधीक्षक खुशबू एवं सुबोध कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
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