मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट तैयार करने की प्रक्रिया दिसंबर 2024 में ही आरंभ कर दी गयी थी, लेकिन तीन माह बाद भी अबतक विश्वविद्यालय अपना बजट तैयार नहीं कर पाया है. हद तो यह है कि बजट तैयार करने में जुटे विश्वविद्यालय के अधिकारियों के लिए अपने प्रमोशन के बाद पे-फिक्सेशन का मामला जरूरी है. जिसके कारण न तो बजट तैयार हो पा रहा है और न ही अबतक एमयू में सीनेट बैठक आयोजन की कोई तैयारी दिख रही है. जबकि इस माह एमयू के लिए बजट और सीनेट सबसे महत्वपूर्ण कार्य है. इतना ही नहीं अबतक एमयू अपने बजट कमेटी से बजट तक नहीं ले पाया है.
साल 2024 में केवल बजट की एक कॉपी हुई थी प्रिंट
एमयू अपने बजट और सीनेट बैठक को लेकर कितना सजग है. इसे साल 2024 को देखकर ही समझा जा सकता है. जिसमें सूबे में केवल मुंगेर विश्वविद्यालय की एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय रहा. जहां सीनेट बैठक का आयोजन नहीं हो पाया था. हद तो यह थी कि एमयू ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये अपने बजट की केवल एक ही कॉपी प्रिंट करायी थी. अब ऐसे में चालू वित्तीय वर्ष में सरकार से विश्वविद्यालय को वेतनादि व पेंशनादि मद में राशि के अतिरिक्त अन्य किसी मद में राशि नहीं मिली. वहीं अब वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट को लेकर भी एमयू पूरी तरह उदासीन बना है.
कहते हैं कुलसचिव
कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि बजट कमेटी से जल्द बजट तैयार कर मांगा गया है. बजट तैयार कर सीनेट बैठक की तैयारी आरंभ कर दी जायेगी.
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