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निजी क्लिनिक के भरोसे मरीज
लैब टेक्नीशियनों की हड़ताल के कारण सदर अस्पताल पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं की परेशानी बढ़ गयी है़ एक ओर जहां मरीज नि:शुल्क जांच सेवा से महरूम हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न प्रकार के जांच के लिए मरीजों को निजी क्लिनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है़ मुंगेर : पिछले तीन दिनों से जिले […]
लैब टेक्नीशियनों की हड़ताल के कारण सदर अस्पताल पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं की परेशानी बढ़ गयी है़ एक ओर जहां मरीज नि:शुल्क जांच सेवा से महरूम हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न प्रकार के जांच के लिए मरीजों को निजी क्लिनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है़
मुंगेर : पिछले तीन दिनों से जिले में चल रहे लैब टेक्नीशियनों की हड़ताल के कारण सदर अस्पताल पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं की परेशानी बढ़ गयी है़ एक ओर जहां मरीज नि:शुल्क जांच सेवा से महरूम हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न प्रकार के जांच के लिए मरीजों को निजी क्लिनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है़ ऐसे में जहां मरीजों को छोटे-छोटे जांच के लिए काफी रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं, वहीं निजी क्लिनिकों की चांदी कट रही है़
बिना जांच कराये लौटी गर्भवती :
सदर अस्पताल स्थित नि:शुल्क जांच घर में शुक्रवार को यूं तो दर्जनों मरीज विभिन्न प्रकार के जांच करवाने को पहुंचे़ जिसे हड़ताल पर बैठे लैब टेक्नीशियनों ने जांच नहीं करवाने दिया़ जिसमें गर्भवती माताओं को खासे परेशानियों का सामना करना पड़ा़ बड़ी महुली निवासी चंचला देवी ने बताया कि वह 17 अप्रैल से प्रतिदिन जांच कराने के लिए सदर अस्पताल पहुंच रही है़ जिसे प्रतिदिन यह कह कर लौटा दिया जा रहा है कि जांच के लिए कल आइये़ बड़ी लगमा निवासी गर्भवती महिला नेहा देवी ने कहा कि उन्हें कई महत्वपूर्ण जांच करवाना है, जिसके बाद चिकित्सक उसे आवश्यक दवा तथा सलाह देंगे़ जाफरनगर निवासी गर्भवती महिला रूबी देवी ने बताया कि गंगा पार कर वह सदर अस्पताल पहुंची, लेकिन यहां से उसे बिना जांच करवाये ही वापस घर जाना पड़ रहा है़ नौवागढ़ी निवासी कंचन कुमारी तथा दरियापुर निवासी नीतू देवी ने भी हड़तालियों से काफी आरजू-विनजी की, लेकिन उसे जांच नहीं कराने दिया गया़
मुंगेर. बिहार चिकित्सा व जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ तथा बिहार अनुबंधित पारा मेडिकल व अन्य सभी संविदा संघर्ष समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को भी जिले के सभी लैब टेक्नीशियन तथा ओटी असिस्टेंट अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित हड़ताल पर डटे रहे़ सदर अस्पताल परिसर में जहां स्वास्थ्य कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन किया, वहीं जांच घर का कार्य भी बाधित रखा़ इसके कारण दर्जनों मरीज को बाहर से जांच करानी पड़ी़ लैब टेक्नीशियन नीतीश कुमार ने कहा कि संविदा पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों तथा नर्सिंग स्टाफों को अविलंब स्थायी किया जाये़ समान काम के समान वेतन लागू किया जाये तथा संविदा से सेवा मुक्त पारा मेडिकल कर्मियों को सेवा में वापस लिया जाये़ साथ ही पिछले 14 माह से लंबित वेतन का भी भुगतान जल्द किया जाये़ मौके पर राहुल कुमार, दिवाकर कुमार, संजय कुमार, कुमारी अर्चना, जीतेंद्र कुमार, सत्येंद्र कुमार, कपिलदेव कुमार आदि मौजूद थे़
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों के सेवा विस्तार के लिए विभाग को लिखा गया है़ मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से धरना पर यदि वे लोग बैठते हैं तो बैठे, लेकिन मरीजों को जांच कराने में यदि वे बाधा पहुंचाएंगे तो फिर अस्पताल प्रबंधन हड़तालियों पर कार्रवाई करने को बाध्य हो जायेगी़
डॉ राकेश कुमार सिन्हा, अस्पताल उपाधीक्षक
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