मुंगेर : कवि मथुरा प्रसाद गुंजन स्मृति सम्मान समारोह सह भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन गायत्री नगर पूरबसराय में किया गया. समारोह में साहित्यकारों एवं शिक्षाविदों को सम्मानित किया गया. जबकि अध्यक्षता समस्तीपुर के द्वारिका राम सुबोध ने की. मुख्य अतिथि समस्तीपुर के डॉ रामलखन राम एवं विशिष्ट अतिथि यदुनंदन झा द्विज थे.
कवि सम्मेलन का आगाज बांका के विकास सिंह गुलटी ने की. मुख्य वक्ता चर्चित साहित्यकार छंदराज ने कहा कि स्व. गुंजन जी जिंदा दिल इंसान थे. उन्होंने आजीवन साहित्य की सेवा की. हम उसी व्यक्ति का स्मरण करते हैं जिसके व्यक्तित्व की खासियत होती है. यह आयोजन महज सिर्फ उन्हें याद करने का माध्यम नहीं है
बल्कि उनकी व्यक्तित्व से प्रेरणा ग्रहण करने का भी माध्यम है. प्रो. शब्बीर हसन ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन को भारतीय संस्कृति का अंग के साथ प्रेरणा स्रोत भी बताया. काशी प्रसाद ने कहा कि स्व. मथुरा प्रसाद गुंजन ने अपनी लेखनी से हमेशा समाज की समस्याओं को उजागर किया. उनकी जनप्रिय शायरी अपने आप में अनोखी है.
सादगी और सरलता का प्रतीक है. इस मौके पर पश्चिम बंगाल मेदनीपुर के प्रो. रंजीत कुमार सिन्हा, मुजफ्फरपुर की प्रो. पूनम सिंह, पटना के परमानंद राम, कहलगांव के डॉ इंदुभूषण मिश्र, देवेंदु तथा मुंगेर के सत्येंद्र कुमार मिश्र को अंग-वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
मौके पर भागलपुर के राजकुमार, विजेता मुदगलुपरी, घनश्याम, जनार्दन झा जगप्रिय, वासुदेव श्रीपुंज, फैयाज रश्क, राकेश रंजन, एसबी भारती, ज्योति कुमार सिन्हा, प्रो. कुंदन कुमार, गुरुदयालय त्रिविक्रम, सुबोध छवि, चंद्रशेखर प्रसाद, शिवनंदन सलिल ने रचनाएं प्रस्तुत कर भाव-बोध को अभिव्यक्ति प्रदान की. कार्यक्रम का समापन निर्मल कुमार के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ.