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मुंगेर की हर पंचायत में न्यूनतम 2200 पौधे लगाने का लक्ष्य

मुंगेर : संग्रहालय सभागार में मंगलवार को जल जीवन हरियाली अभियान अंतगर्त गठित परामर्शदातृ समिति की बैठक हुई. जिसमें स्थानीय विधायक विजय कुमार विजय तथा तारापुर विधायक मेवालाल चौधरी मुख्य रूप से मौजूद थे. मौके पर जिला पदाधिकारी राजेश मीणा, उप विकास आयुक्त प्रशांत कुमार सीएच, नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री, वन प्रमंडल पदाधिकारी नीरज नारायण […]

मुंगेर : संग्रहालय सभागार में मंगलवार को जल जीवन हरियाली अभियान अंतगर्त गठित परामर्शदातृ समिति की बैठक हुई. जिसमें स्थानीय विधायक विजय कुमार विजय तथा तारापुर विधायक मेवालाल चौधरी मुख्य रूप से मौजूद थे. मौके पर जिला पदाधिकारी राजेश मीणा, उप विकास आयुक्त प्रशांत कुमार सीएच, नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री, वन प्रमंडल पदाधिकारी नीरज नारायण सहित समिति के सभी सदस्यगण मौजूद थे.

बैठक में जल जीवन अभियान के सभी संबंधित अवयवों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी. जिसमें विधायक ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान कि सभी योजनाओं को समेकित रूप से लेने की आवश्यकता है. उन्होंने जल की स्रोत और उपयोगिता की समीक्षा करने को कहा.
कृषि एवं गैर कृषि में जल की खपत का आकलन करने को कहा. जिससे जल का संरक्षित उपयोग किया जा सके. पंचायतवार जल का आकलन और उसका सतत उपयोगी संभावना पर विचार करने को कहा गया. उप विकास आयुक्त ने जल जीवन अभियान के प्रत्येक बिंदु पर जिले की प्रगति को रखा.
जिला पदाधिकारी ने जिले में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत किये गये विभिन्न प्रयासों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज परामर्शदातृ समिति की बैठक का मुख्य उद्देश्य जल संकट से निपटना एवं भूमिगत जल स्तर को बनाये रखना तथा इससे प्रदूषण मुक्त रखना है. समेकित और समग्र रूप से इसका विकास करना है. सभी योजनाओं को गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करने का निर्देश दिया गया. समिति की अनुशंसा पर भी नये जल निकाय का सृजन किया जा सकता है.
बदुआ नदी पर चैकडेम निर्माण तथा कांवरिया पथ पर पौधारोपण के प्रस्ताव का भी सुझाव दिया गया. इससे पटवन और वनीकरण में तेजी आयेगी. पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण के संबंध में बताया गया कि राज्य भर में 2 करोड़ 51 लाख पौधा लगाने का लक्ष्य है. जबकि मुंगेर जिले में प्रत्येक पंचायत में न्यूनतम 2200 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
वन प्रमंडल पदाधिकारी ने कहा कि पौधारोपण के समय दो पौधों के बीच न्यूनतम दूरी 3 मीटर रखें. पेड़ लगाने के साथ-साथ पेड़ बचाने पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है. इसके अतिरिक्त कृषि, सौर ऊर्जा, कुआ, सोख्ता के निर्माण एवं जीर्णोद्धार पर भी समीक्षा की गयी. कृषि विभाग द्वारा जैविक खेती, टपकन सिंचाई, कंपोस्ट निर्माण, ड्रीप ईरीगेशन के संबंध में जानकारी दी गयी.
बागवानी मिशन कार्यक्रम की डीएम ने की समीक्षा
मुंगेर. समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी राजेश मीणा ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत जिले में क्रियान्वित होने वाले कार्यक्रमों की समीक्षा की. इसमें बहुवर्षीय फलदार वृक्षों के नये बाग का स्थापना, परियोजना आधारित कार्यक्रम अंतर्गत मशरूम उत्पादन, भंडारण इकाई की सृजन पर भी चर्चा की गयी.
योजना के तहत लाभुक चयन के लिए कृषक की पात्रता एवं प्रक्रिया की जानकारी दी गयी. मधुमक्खी पालन और मशरूम प्रशिक्षण एवं इसके विकास करने का निर्देश दिया गया. उक्त दोनों व्यवसाय का ब्रांडिंग कर विक्रय करने का भी निदेश दिया गया. जमालपुर और असरगंज के चोरगांव में प्रशिक्षण और उत्पादन प्रक्रिया चल रहा है. कृषि विज्ञान केंद्र ने इस दिशा में कौशल विकास के लिए जीविका दीदियों को प्रशिक्षित करेंगे.

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