सीवान, अरविंद कुमार सिंह : शहर के डॉक्टर्स कॉलोनी स्थित एक निजी अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद प्रसूता और नवजात की मौत से हड़कंप मच गया. मृतका सुषमा देवी (35) गोपालगंज के बरौली थाना क्षेत्र के बलहा गांव निवासी सोनू कुमार बिन की पत्नी थी. परिजनों ने अस्पताल और डॉक्टर पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. घटना के बाद डॉक्टर और कर्मचारी अस्पताल बंद कर फरार हो गए.
डॉक्टर पर जबरदस्ती नॉर्मल डिलीवरी कराने का आरोप
परिजनों के अनुसार, सुषमा का नौ महीने से उक्त अस्पताल में इलाज चल रहा था. गुरुवार रात 11 बजे प्रसव पीड़ा के बाद उन्हें भर्ती किया गया. आरोप है कि अस्पताल ने रातभर जबरदस्ती नॉर्मल डिलीवरी कराने की कोशिश की. जब यह संभव नहीं हुआ, तो शुक्रवार सुबह सिजेरियन किया गया. सिजेरियन के बाद सुषमा ने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन कुछ देर बाद बच्चे की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि बच्चे का अंतिम संस्कार कर लौटने पर डॉक्टर ने सुषमा की हालत गंभीर बताकर एक यूनिट ब्लड लाने को कहा. पति सोनू ने दोपहर 12 बजे ब्लड लेकर आए, तो देखा कि सुषमा को एंबुलेंस में रखा गया है और उनकी मौत हो चुकी थी.
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पैसे लेने के बावजूद लापरवाही से किया ऑपरेशन
परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने पैसे लेने के बावजूद लापरवाही से ऑपरेशन किया, जिससे सुषमा की जान गई. उन्होंने बताया कि भर्ती के समय सुषमा स्वस्थ थीं. अस्पताल ने सारे कागजात भी रख लिए। हंगामे की सूचना पर परिजनों ने 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया. महादेवा थानाध्यक्ष निर्भय कुमार ने बताया कि घटना की जांच के लिए पदाधिकारियों को भेजा गया है. लिखित शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई होगी.