भागलपुर: देश की रक्षा में शहीद हुए संतोष कुमार को मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी. शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंचा, क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. अंतिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा. गांव वालों, रिश्तेदारों और जनप्रतिनिधियों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी. शहीद को सलामी देने के लिए सेना के जवानों ने पारंपरिक रीति से आकाश में तीन राउंड फायरिंग कर सम्मान प्रकट किया. शहीद को उनके चार वर्षीय पुत्र लक्ष्य कुमार ने मुखाग्नि दी. इस भावुक क्षण में वहां मौजूद हर आंख नम थी.
नवगछिया जीरोमाइल से हजारों की भीड़ चली साथ
शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवार को इस्माइलपुर प्रखंड के पछियारी टोला भिट्ठा गांव पहुंचा. सुबह छह बजे काफिला नवगछिया के जीरोमाइल पहुंचा. जीरोमाइल में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. काफिला जीरोमाइल से नवगछिया बस स्टैंड होते हुए लक्ष्मीपुर रोड, नारायणपुर चंडी स्थान होकर भिट्ठा गांव पहुंचा. ग्रामीणों ने जगह-जगह पार्थिव शरीर पर फूल बरसाया.

शहीद के हाथों पिलाया गया पत्नी को पानी
हवलदार संतोष यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा तो पत्नी की इच्छा भी पूरी करवायी गयी. शहीद की पत्नी अन्न जल त्याग कर बैठी थी. जिद थी कि पति के हाथों ही वो पानी पीयेगी. जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में शहीद हुए सेना के हवलदार संतोष यादव का पार्थिव शरीर गुरुवार को बिहार के भागलपुर स्थित उनके पैतृक गांव लाया गया. इसके बाद जब शहीद संतोष का पार्थिव शरीर आया, तो उनके हाथों ही पत्नी साधना कुमारी को पानी पिलाया गया. दरअसल, अपने पति की शहादत की खबर सुनने के बाद साधना कुमारी ने बदहवास हो कर अन्न-जल त्याग दिया था. पति के हाथों पानी पीने की जिद पर वह निर्जला ही रह रही थीं.
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शहीद संतोष भारतीय सेना के बहुत जाबांज योद्धा थे :चीफ आफ द आर्मी स्टाफ
चीफ आफ द आर्मी स्टाफ ने कहा कि शहीद संतोष भारतीय सेना के बहुत जाबांज योद्धा थे. इन्होंने देश के दुश्मनों से लड़ते हुए प्राणों की आहुती दी. भारतीय सेना व देश को उनपर गर्व है. देश के वे सच्चे सपुत थे . चीफ आफ द आर्मी स्टाफ भारती सेना के तरफ से उनके परिवार के लिए संवेदना प्रकट करता हूं. भगवान से प्रार्थना करता हूं अत्यंत इस दुख की घड़ी में इससे निपटने की साहष दे. भारतीय सेना हमेशा उनके साथ है. वे सच्चे योद्धा थे. देश के सिपाही थे. देश को हमारे आर्मी को उनपर हमेशा गर्व रहेगा.