Manish Kashyap News: तमिलनाडु मामले में फर्जी खबरों को प्रसारित करने के मामले में आरोपित यूट्यूबर मनीष कश्यप फरार चल रहे थे. बिहार पुलिस काफी दिनों से मनीष कश्यप की तलाश में थी. कई जिलों में उसकी गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही थी. लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लग सकी और आखिरकार शनिवार को मनीष कश्यप में बेतिया जाकर सरेंडर कर दिया. जानिए कैसे पुलिस को चकमा देता रहा मनीष कश्यप...
आधा दर्जन टीमें कर रही थी छापेमारी
मनीष कश्यप ने शनिवार को बेतिया के जगदीशपुर ओपी में सरेंडर कर दिया. जिसके बाद बिहार पुलिस मनीष कश्यप को पटना लेकर आई और अब ईओयू उससे पूछताछ कर रही है. ईओयू ने बताया कि छह टीमें मनीष कश्यप को दबोचने के लिए अलग-अलग राज्यों में लगी थी. बेतिया, मोतिहारी व पटना के अलावा दो टीमें दिल्ली और हरियाणा में भी छापेमारी में जुटी थी.
यूपी के रास्ते पहले पटना पहुंचा
पुलिस के दबाव में मनीष यूपी के रास्ते पहले पटना पहुंचा, फिर बेतिया की ओर निकल गया. बताया जा रहा है कि वह शनिवार को पटना में सरेंडर करने की तैयारी में था लेकिन जब उसे अपने घर में कुर्की जब्ती की भनक लगी तो वह बेतिया चला गया और वहां जगदीशपुर ओपी में सरेंडर कर दिया.
चेकपोस्ट पर पुलिस देखकर रास्ता बदला
विशेष टीम द्वारा मनीष का पीछा करते हुए चकिया चेकपोस्ट पर इंटरसेप्ट किया गया. मनीष वहां से रास्ता बदल कर भागने लगा, तो पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण जिला की पुलिस टीमें भी उसकी खोज में लग गयी.
बाइक से खेतों के रास्ते थाने पहुंचा
बेतिया जाने के दौरान इओयू एवं जिला पुलिस की टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी व नाकेबंदी कर रखी थी. जिसे देख कर अभियुक्त ने पुलिस गिरफ्तारी के भय से पश्चिमी चंपारण जिले के जगदीशपुर ओपी में आत्मसमर्पण कर दिया. गाड़ी छोड़कर वह बाइक से खेतों के रास्ते थाने पहुंचा था.इस दौरान उसने अपने पास मोबाइल भी नहीं रखा था जिससे पुलिस उसे ट्रैस कर सके.