पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले दिनों आरोप लगाया कि भाजपा के कहने पर राज्य में फर्जी तरीके से मतदाता सूची में बिहार के लोगों के नाम जोड़े जा रहे हैं. इस पर अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता मनोज झा ने पलटवार किया है. एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए झा ने कहा कि अगर बिहार के लोग एक दिन भी काम करना बंद कर दें, तो देश की धड़कन रुक जाएगी. बिहार के बगैर इस देश का काम नहीं होने वाला है. हालांकि इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी के आरोप पर कहा कि चुनाव आयोग पर इससे पहले भी कई तरह के गंभीर आरोप लग चुके हैं. महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में भी इस तरह की शिकायतें आई हैं. उसे दूर करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है.
अकेले चुनाव लड़ने का फैसला TMC का एकतरफा
उधर, ममता बनर्जी द्वारा 2026 का पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के ऐलान पर मनोज झा ने कहा कि यह उनकी एकतरफा घोषणा है. बाकी दलों की अपनी राय है. सवाल यह है कि हम किस तरह से बेहतर तरीके से भाजपा के लिए चुनौती पेश कर सकें.

केंद्र सरकार मणिपुर को लेकर गंभीर नहीं: मनोज झा
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के संदर्भ में मनोज झा ने कहा कि वहां लंबे समय से दंगे हो रहे हैं. समुदायों के बीच में खाई इस तरह से पैदा हो चुकी है कि उसे पाटना चुनौतीपूर्ण हो चुका है. हमने कई बार इस मुद्दे पर केंद्र का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की, लेकिन केंद्र की तरफ से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया. आज वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया.
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मणिपुर क्यों नहीं जाते प्रधानमंत्री?
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री का यह कर्तव्य नहीं बनता है कि वह वहां पर जाएं? उनके वहां पर जाने से लोगों के जख्मों पर मरहम लगेगा. लेकिन, न जाने कौन उनके सलाहकार हैं कि प्रधानमंत्री वहां पर जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. केंद्र सरकार को यह कोशिश करनी होगी कि मणिपुर में लोकतंत्र बहाल हो.
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