शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत को लेकर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने केंद्र और यूपी सरकार पर निशाना साधा है. मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए अग्रवाल ने कहा कि प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे और केंद्र सरकार को बेहतर इंतजाम करने चाहिए थे, लेकिन लापरवाही और अव्यवस्था के कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ.

रेलवे और सरकार की लापरवाही उजागर: श्रवण कुमार अग्रवाल
श्रवण अग्रवाल ने कहा कि यह घटना रेलवे प्रशासन की नाकामी और केंद्र सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है. उन्होंने मांग की कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार और रेलवे प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
भाजपा ने आस्था के आयोजन को बनाया राजनीतिक कार्यक्रम
अग्रवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार का पूरा ध्यान कुंभ में वीआईपी लोगों के स्नान पर है, जबकि आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने आस्था के इस आयोजन को पूरी तरह से राजनीतिक कार्यक्रम बना दिया है. उन्होंने कहा कि भगदड़ में सबसे ज्यादा मौतें बिहार के लोगों की हुई हैं. महाकुंभ के कारण 17 दिनों के भीतर यह दूसरी भगदड़ की घटना है, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके हैं.
महाकुंभ बनता जा रहा है मौत का कुंभ
अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ के लिए श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर आमंत्रित किया गया, लेकिन भीड़ नियंत्रण और व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए. उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण महाकुंभ अब “मौत का कुंभ” बनता जा रहा है.
अमानवीय हालात, अफरा-तफरी का माहौल
श्रवण अग्रवाल ने कहा कि रेलवे स्टेशनों और हाईवे पर हालात बेकाबू हो गए हैं. श्रद्धालुओं के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है, और शहरों में अफरा-तफरी मची हुई है. उन्होंने केंद्र और यूपी सरकार पर भीड़ प्रबंधन में असफल रहने का आरोप लगाया.
SOP लागू करने की मांग
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अग्रवाल ने केंद्र सरकार से मांग की कि जब तक महाकुंभ समाप्त नहीं हो जाता, तब तक देश के सभी रेलवे स्टेशनों और हाईवे पर मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) लागू की जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.